झुंझुनूं. देश और प्रदेश में जल संरक्षण के लिए कई योजनााएं भारत सरकार की तरह से चलाई जाती है. लेकिन जितनी रफ्तार से असल दिखना चहिए जमीनी पटल पर शायद ही दिखाता है. ऐसा माना जाता रहा है कि राजस्थान का ज्यादातर हिस्सा प्यासा है. हो भी क्यू ना क्योंकि इसे हम थार और रेगिस्तान से ही जानते रहे. लेकिन जब प्रदेश की ऐसी कोई मुहिम जो ना सिर्फ प्रदेश बल्कि देश के लिए मुहिम बन जाए को क्या कहेंगे आप...
ईटीवी भारत की मुहिम 'तालाब' की मिसाल नहीं...भारत सरकार को भेजी जाएगी रिपोर्ट: जिला कलेक्टर
राजस्थान में ईटीवी भारत की मुहिम 'तालाब' की शुरुआत झुंझुनूं जिले से हमने की. इस मुहिम के साथ कई संगठन भी जुड़े, वहीं जिला कलेक्टर इस मुहिम से इतना प्रभावित हुए की उन्होंने इसकी रिपोर्ट भारत सरकार भेजने की बात कही.
दरअसल ईटीवी भारत बिन पानी सब सून नाम के नाम से एक अभियान चला रहा है. जिसकी शुरूआत हमने झुंझुनूं जिले के मलसीसर कस्बे से की..यहां सालों पुरानी जोहड़ी जिससे इलाके के पशु-पक्षियों के साथ-साथ लोग भी पानी का उपयोग करते थे वो अब सूख चुकी थी. मिट्टी से भर चुकी थी. लेकिन हमेशा सामाजिक मुद्दों को प्रमुखता से उठाने वाले ईटीवी की भारत जलसंरक्षण को लेकर इस खास मुहिम से यहां के लोग जुडे और जुड़ते चले गए. जिले के कलेक्टर जैन इससे इतने प्रभावित हुए की उन्होंने इसका मॉडल भारत सरकार को भेजने की बात कही है.