राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

झुंझुनू: भाजपा पार्षद बुधराम सैनी जुआ खेलते गिरफ्तार, लगाया राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप

झुंझुनू में बीजेपी पार्षद बुधराम सैनी को नेहरू बाजार में जुआ खेलते हुए 6 लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं इस पर बीजेपी पार्षद ने इसे राजनीति से प्रेरित षडयंत्र बताया है. साथ ही इसे लेकर पुलिस के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर करने की बात कही है.

BJP councilor arrested, झुंझुनू न्यूज
भाजपा पार्षद बुधराम सैनी जुआ खेलते गिरफ्तार

By

Published : Jan 28, 2020, 10:29 PM IST

झुंझुनू. नेहरू बाजार में जुआ खेलते हुए पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के पार्षद बुधराम सैनी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. मुचलके पर छूटते ही नगर परिषद की बोर्ड बैठक में मुखर होकर विरोध करने वाले बुधराम सैनी ने सारे घटनाक्रम को राजनीतिक षड्यंत्र से प्रेरित बताया.

भाजपा पार्षद बुधराम सैनी जुआ खेलते गिरफ्तार

बुधराम चूरू से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. बुधराम को भारतीय जनता पार्टी ने नगर परिषद झुंझुनूं के हाल ही में हुए चुनाव में उपसभापति का दावेदार बनाया था, जिसमें वह कांग्रेस के राकेश झाझड़िया से हार गए थे. पुलिस ने बताया कि बुधराम के अलावा सुरेश, विकास, सुरेंद्र, सूर्यकांत, सुनील को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के बारे में प्रेस नोट तो जारी किया, लेकिन आरोपों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

भाजपा के कार्यालय प्रभारी और भाजपा के वरिष्ठ पार्षद बुधराम सैनी ने कहा कि मेरी राजनीतिक हत्या के षड्यंत्र के तहत मुझे झूठे आरोप में फंसाया गया. उन्होंने कहा कि वे अपने मित्रों के साथ दुकान पर बैठे हुए थे. अचानक पुलिस आई और उनको गाड़ी में बैठाकर कोतवाली ले गई. उनकी जेब में रखे 23500 रुपये पुलिस ने निकाल लिए.

पढ़ें- श्रीगंगानगरः बंदूक की नोक पर बदमाशों ने परिवार को बनाया बंधक, घर में की लूट

पार्षद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर वह मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से मिलेंगे तथा न्यायालय में पुलिस के खिलाफ वाद दायर करेंगे. इसके अलावा धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा. उनका आरोप है कि उनके राजनीतिक घोर विरोधी षड्यंत्र लगातार रच रहे हैं.

भ्रष्टाचार उठाने के कारण निशाने पर होने का आरोप

उन्होंने कहा कि नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में वह लगातार आवाज उठा रहे हैं. उस आवाज को दबाने के लिए विरोधी ओछी राजनीति कर रहे हैं. नगर परिषद कार्यालय में सभापति के दफ्तर में सभापति के रिश्तेदार और परिवार के लोग दिन भर बैठे रहते हैं, जबकि सभापति कार्यालय से नदारद रहती हैं. जिसका वह विरोध कर रहे हैं. कुछ भूमाफिया और कुछ ऐसे लोग हैं, जो कि नगर परिषद के सदस्य भी नहीं हैं, वे लोग नगर परिषद कार्यालय में बैठकर हर काम में दखलअंदाजी कर रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details