मंडावा ( झुंझुनू ). राजस्थान में मंडावा सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पूरजोर कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में जहां भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल उप चुनाव की बागडोर संभाल रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस से मास्टर भंवरलाल लगातार इस सीट पर कैंपेन कर रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में भंवरलाल मेघवाल ने मंडावा की सीट पर रीटा चौधरी की जीत को लेकर भरोसा जताया है.
मंडावा उप चुनाव को लेकर मेघवाल का ईटीवी भारत के साथ बातचीत ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मेघवाल ने बताया कि पिछली बार चुनाव में कम मार्जिन से यह सीट रीटा चौधरी हरी थी. इस बार उनका ग्राफ जीत की ओर बढ़ता जा रहा है. वहीं मंडावा की जनता में रीटा चौधरी के लिए सहानुभूति बन गई है, साथ ही पिछली बार चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी अब सांसद बन चुके हैं. ऐसे में जनता रीटा चौधरी को जिताना चाहती है. उन्होंने अपने विधायक रहते हुए मंडावा में तहसील खोली, उप तहसील खोली और अनगिनत काम किए. ऐसे में जनता अब रीटा चौधरी के कामों के आधार पर उन्हें जीताएगी.
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बता दें, कि मास्टर भंवर लाल मेघवाल पहले भी झुंझुनू जिला के प्रभारी के तौर पर कार्यकर्ताओं को प्रधान और जिला प्रमुख बना चुके हैं. इस बार भाजपा की ओर से प्रत्याशी सुशीला सींगड़ा को भी प्रधान बनाने में मास्टर भंवरलाल की भूमिका रही है. ऐसे में सुशीला सिंगड़ा के भाजपा की ओर से चुनाव लड़ने को लेकर मास्टर भंवरलाल ने कहा कि सुशीला सिंगड़ा मन में विधायक बनने की महत्वाकांक्षा थी, इसके बारे में उन्हें नहीं पता था. वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के भाजपा प्रत्याशी के साथ होने को लेकर मेघवाल ने कहा कि जो कांग्रेस का कार्यकर्ता है वह रीटा चौधरी के साथ है और जो उधर जा रहा है उसके लिए कांग्रेस में वापसी मुश्किल होगी.
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वहीं, मंडावर की सीट पर दलित वोटों की लड़ाई भी अपने चरम पर है. कांग्रेस ने इस सीट पर मास्टर भंवरलाल को लगाया है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल को डैमेज कंट्रोल के लिए इस सीट पर भेजा है. अर्जुन मेघवाल को लेकर मास्टर भंवरलाल ने कहा कि अर्जुन मेघवाल केंद्र के नेता हैं और वह केवल प्रदेश के नेता हैं. 24 अक्टूबर को पता चल जाएगा कि दलित वोट किसके साथ है.
मंत्री मेघवाल ने कहा दलित वोट कांग्रेस के साथ था, कांग्रेस के साथ है और कांग्रेस के साथ रहेगा. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के साथ भाजपा ने अपने राज में 2 अप्रैल को क्या किया था यह सबको ध्यान है. अबकी बार दलित वोट तो कांग्रेस को मिलेगा ही रीटा चौधरी को उनके कामों के आधार पर मंडावा की जनता चुनाव जिताएगी.