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SPECIAL: 2010 में हुए नक्सली हमले में शहीद हुआ था खेतड़ी का लाल बजरंग, ग्रामीण आज भी करते हैं बहादुरी की तारीफ - राजस्थान के जवान हुए शहीद

छत्तीसगढ़ के ही दंतेवाड़ा में 11 साल पहले 6 अप्रैल 2010 को सीआरपीएफ टुकड़ी पर बहुत बड़ा हमला हुआ था, जिसमें देश के 76 जवान शहीद हुए थे. उसी हमले में खेतड़ी के लालगढ़ का लाल सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट बजरंग लाल मीणा शहीद हो गए थे. 6 अप्रैल को परिवार और आसपास के ग्रामीण शहीद की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

खेतड़ी का शहीद बजरंग लाल, martyr Bajrang Lal Khetri
नक्सली हमले में शहीद हुआ था खेतड़ी का लाल बजरंग

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Published : Apr 6, 2021, 12:46 PM IST

Updated : Apr 7, 2021, 9:26 AM IST

खेतड़ी (झुंझुनू).छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 3 अप्रैल को साल 2021 का सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ है. इस हमले में हमारे 22 जवान शहीद हो गए और 30 से अधिक जवान घायल भी हुए हैं. इससे भी पहले छत्तीसगढ़ के ही दंतेवाड़ा में 11 साल पहले 6 अप्रैल 2010 को सीआरपीएफ टुकड़ी पर बहुत बड़ा हमला हुआ था, जिसमें देश के 76 जवान शहीद हुए थे. उसी हमले में खेतड़ी के लालगढ़ का लाल सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट बजरंग लाल मीणा शहीद हो गए थे.

नक्सली हमले में शहीद हुआ था खेतड़ी का लाल बजरंग

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6 अप्रैल को परिवार और आसपास के ग्रामीण शहीद की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हैं. 2010 में हुए उस हमले में भारत के 76 जवानों में राजस्थान के 4 जवान भी शामिल हुए थे. इसमें लाखू के सत्यवान सिंह और उदयपुरवाटी के संपत लाल भी शहीद हुए थे.

6 अप्रैल 2010 को हुआ था बड़ा नक्सली हमला

शहीद बजरंग लाल मीणा की मूर्ति का अनावरण 13 अप्रैल 2013 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था. मूर्ति का निर्माण विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह ने विधायक कोटे से करवाया गया था. बजरंग लाल ने नीमकाथाना से कॉलेज की शिक्षा पूरी की और 2006 में हेड क्वार्टर रामपुर में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. शहीद के चाचा बलबीर मीणा ने बताया की सरकार की ओर से शहीद को मिलने वाले सभी पैकेज परिवार को मिल चुके हैं.

शहीद की विरांगना साथ में बेटी और भतीजी

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पत्नी अध्यापक और बेटी कर रही पढ़ाईः

शहीद बजरंग लाल की शादी 2005 में हुई थी. शहीद की वीरांगना रुकमा देवी अब जयपुर के दूदू में अध्यापिका है. बेटी रिया नौवीं क्लास में पढ़ाई कर रही है. शहीद के पिता गोकल चंद की भी मौत हो चुकी है जबकि मां तीजा देवी बजरंग की पत्नी के साथ ही जयपुर में रहती हैं.

शहीद बजरंग लाल मीणा

शहीद के एक भाई जसवंत जयपुर रहते हैं और कोचिंग का संचालन करते हैं दूसरे भाई कैलाश राजस्थान पुलिस में एएसआई पद पर जयपुर में कार्यरत हैं. वहीं, छोटा भाई नरेश सीपीडब्ल्यूडी में इंजीनियर के पद पर दिल्ली में कार्यरत है.

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शहीद की आखिरी इच्छा अधूरीः

बजरंग लाल मीणा के शहीद होने के बाद मुख्यमंत्री की घोषणा में आठवीं तक की स्कूल को सीनियर तक शहीद बजरंग लाल मीणा के नामकरण किया गया, लेकिन ग्रामीणों को मलाल है की शहीद क्रिकेट खेलने के शौकीन थे गांव में क्रिकेट की टीम भी बनाई थी.

शहीद बजरंग लाल का घर

युवाओं को भर्ती के लिए प्रेरित भी करते थे. दौड़ भी करवाते थे. उनकी इच्छा थी कि गांव में एक अच्छा खेल मैदान हो जिस पर युवा प्रैक्टिस कर सकें, लेकिन सरकार ने अभी तक स्टेडियम बनाना तो दूर कोई मैदान भी नहीं बनाया है. सरपंच विजय कुमार सैनी ने बताया कि सरकार बजट जारी करें तो गांव में अच्छा खेल का मैदान बन सकता है. सरकार शहीद बजरंग लाल मीणा के नाम से खेल मैदान बनाएं तो वही सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

Last Updated : Apr 7, 2021, 9:26 AM IST

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