झुंझुनू.पंचायत चुनाव के लिए हाल ही में हुई लॉटरी में गड़बड़ी का आरोप लगाकर पंचायत समिति प्रधान सुशीला सीगड़ा और जिला परिषद सदस्य प्यारेलाल ढूकिया के साथ ग्रामीणों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है. सुशीला सीगड़ा हाल ही में मंडावा विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रही है और मलसीसर उपखंड मंडावा विधानसभा में ही आता है.
सरपंच की लॉटरी में धांधली का लगाया आरोप यह बताया जा रहा है विरोध का कारण-
अलसीसर ग्राम वासियों ने विरोध जताते हुए कहा कि एसडीएम कार्यालय मलसीसर में पंचायत समिति अलसीसर की 34 ग्राम पंचायतों की लॉटरी निकाली गई थी. जिसमें सर्वप्रथम एसडीएम ने 14 ग्राम पंचायतों को आरक्षित श्रेणी में रखने की घोषणा की. साथ ही बाद में बची हुई 20 ग्राम पंचायतों में से 6 को ओबीसी की पर्ची निकाली जानी थी.
ग्राम वासियों ने बताया कि उस समय चुडैला ग्राम के एक सरकारी अध्यापक ने 20 ग्राम पंचायतों की पर्ची अपने हाथ में ली, जिसमे अलसीसर ग्राम पंचायत की पर्ची सबसे नीचे थी. वो एक छोटे से प्लास्टिक के डिब्बे में डाल दी. जबकि यह डिब्बा लॉटरी निकालने के हिसाब से एकदम छोटा था.
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उस सरकारी अध्यापक ने कुछ पर्चियां अपने हाथ में फोल्ड की और 1 पर्ची में अलसीसर ग्राम पंचायत की भी पर्ची उसी में थी. जिसे उसने फोल्ड कर डिब्बे में डाल दी. बाद में एक पर्ची एसएचओ मलसीसर और दूसरी पर्ची अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने दी. वहीं तीसरी पर्ची निकालकर अलसीसर को ओबीसी वर्ग में आने की घोषणा कर दी.
जिसके विरोध में मंगलवार को अलसीसर पंचायत के लोग जिला कलेक्टर झुंझुनू के पास पहुंचे और लॉटरी में हुई धांधली के बारे में जिला कलेक्टर के सामने विरोध करने लगे. साथ ही दोबारा नए सिरे से लॉटरी की जाने की मांग करने लगे.