झुंझुनू. तीन तलाक के बढ़ते मामले पर अंकुश को लेकर कानून बनाए गए. जिसको लेकर के बहस भी छिड़ चुकी है. जिसके के बाद मुस्लिम संगठनों ने इस पर अपना विरोध दर्ज करवाया था. वहीं मुस्लिम महिलाओं ने इसका समर्थन भी किया है. झुंझुनू जिले में तीन तलाक का एक अनोखा मामला सामने आया है. जिसमें पति ने दहेज को लेकर पत्नी को प्रताड़ित कर अखबार में विज्ञापन देकर तलाक दे दिया है.
झुंझुनू जिले में तीन तलाक का एक अनोखा मामला सामने आया है. जिसमें पति ने दहेज को लेकर पत्नी को प्रताड़ित कर अखबार में विज्ञापन देकर तलाक दे दिया है. आपको बता दें कि यह मामला जिले के इस्लामपुर गांव का है. वहीं जिला पुलिस अधीक्षक के ने झुंझुनू महिला थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. महिला का निकाह चूरू जिले के राजगढ़ के मोहम्मद अल्ताफ न्यारिया के साथ 9 अप्रैल 2008 को हुआ था. जिसके बाद महिला का मुकलावा 29 मार्च 2018 को हो गया. उस समय 51000 नगद व सोने चांदी के जेवर के साथ सामान भी दिया गया था.
ससुराल पक्ष ने एक लाख रुपये और कार की डिमांड दहेज में कर दी. बाद में पीड़िता के पिता ने डेढ़ लाख रुपये भी दे दिये. कार नहीं देने पर ससुरा इशाक और सास मदीना, जेठानी रुबीना ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते हुए घर से निकाल दिया.
पति अल्ताफ ने उससे तलाक के लिए अखबार में इस्तिहार निकलवा दिया और उसे तलाक दे दिया. साथ ही वह विज्ञापन छपवाकर विदेश भी चला गया. इतना ही नहीं माजरा की बड़ीबहन की भी इसी परिवार में शादी हुई है. जब पीड़ित महिला की बड़ी बहन ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उसको भी घर से निकाल दिया और मारपीट की.
पीड़ित महिला ने थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कराया है पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं मौलवी अब्दुल वाहिद मस्जिद आसा इस्लामपुर ने इसे इस्लाम के कानून के खिलाफ बताया है, एक तरिके से इसे इस्लाम का मजाक बताया है.