झुंझुनू.जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग की ओर से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च तक साप्ताहिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. इसके तहत बुधवार को बीडीके अस्पताल के जनाना विंग में नव प्रसूताओं का सम्मान किया. इस दौरान अतिथियों की ओर से 21 नव प्रसूताओं को शॉल ओढ़ाकर, फूल, बेबी किट, मिठाई, वॉकर, प्रमाण पत्र साैंपकर सम्मान किया गया.
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समारोह में जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, उप जिला जिला प्रमुख सत्यवीर, महिला एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, बाल विकास विभाग के उप निदेशक विजेन्द्र सिंह राठौड़, मातृ एवं शिशु सेवाओं के नोडल अधिकारी डॉ. तरूण चौधरी, पीएमओ डॉ. अनिल महलावत, डॉ. पुष्पा रावत उपस्थित रहीं.
इस दौरान जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सप्ताह भर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. इसके तहत बुधवार को नव प्रसूताओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया. इसके अतिरिक्त गुरुवार को कार्यालय परिसर में आयोजित होने वाले ‘टमां तुझे सलामट‘ कार्यक्रम के तहत नारी शक्ति समान समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिनमें ऎसी महिलाओं का सम्मान होगा, जिन्होंने विशेष परिस्थिति में अपने बच्चों को शिक्षित (मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रशासनिक सेवाओं आदि में) किया हो.
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महिला एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि सप्ताह के आयोजन के तहत 2 मार्च को ब्लॉक स्तर पर नव प्रसूताओं का सम्मान किया गया था, वहीं बुधवार को जिला मुख्यालय पर नव प्रसूताओं का सम्मान किया गया है. न्यौला ने कहा कि महिलाओं को पृथ्वी पर विशेष दर्जा दिया गया है. मां के रूप में महिला और भी अधिक पूजनीय होती है. उन्होंने बताया कि पहले की तुलना में जिले का लिंगानुपात बढ़ा है, जो महिला अधिकारिता विभाग एवं चिकित्सा विभाग के संयुक्त प्रयासों का प्रतिफल है. कार्यक्रम में सीडीपीओ उषा, महिला सुपरवाइजर पूजा, रेखा, सुनिता, ममता, कनिष्ठ सहायक मनोज स्वामी भी उपस्थित रहे.
'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' विषय पर विशेष कार्यशाला
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के साप्ताहिक कार्यक्रमों के तहत झुंझुनू में जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग की ओर से जेबी शाह गर्ल्स कॉलेज में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' विषय पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक विजेंद्र राठौड़, महिला एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, झुंझुनू सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल, एसआई दीप्ति और कॉलेज प्राचार्या योगिता शर्मा अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं.
क्राइम के प्रति रहे सतर्क और अधिकारों की रखें जानकारी
'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' विषय पर आयोजित कार्यशाला में कॉलेज की छात्राओं को संबोधित करते हुए महिला एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने कहा कि वो अपनी 3 साल की पढ़ाई पूरी लगन से करें. इसके बाद वो अच्छी नौकरी प्राप्त कर 30 साल तक राज कर सकती हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए जिले में पिछले दिनों घटित एक घटना का जिक्र किया और उस घटना से सबको सबक लेने की अपील की. उन्होंने बेटियों को क्राइम के प्रति सतर्क रहने और अपने अधिकारों की पूरी जानकारी रखने की भी बात कहीं. कार्यशाला को संबोधित करते हुए राठौड़ ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चियों में खून की कमी होना खान-पान एवं दिनचर्या पर निर्भर होता है. परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाली स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं होती है. इसलिए जिले में एनीमिया मुक्त झुंझुनू अभियान का शुभारंभ किया गया है, जिससे खून की कमी को खान-पान, दिनचर्या के मुताबिक सुधारा जा सकें. राठौड़ ने कॉलेज की विद्यार्थियों को साईबर क्राईम के बारे में उदाहरण देकर समझाया.
छात्राओं को मिली कानूनी अधिकारो की जानकारी
'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' विषय पर आयोजित कार्यशाला में महिला एसआई दीप्ति ने छात्राओं को विधि के विभिन्न प्रावधानों तथा उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने महिला हेल्प डेस्क की भी विस्तार से जानकारी दी. कॉलेज प्राचार्या योगिता शर्मा ने बेटियों को कहा कि आपको केवल अपनी पढ़ाई पर फोकस रखना है, अन्य सभी कार्य समय पर निर्धारित है, जो खुद ही अपने समय पर आपको मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि आप अपनी रूचि के मुताबिक क्षेत्र चुने, लेकिन जिस भी क्षेत्र में जाए वहां नाम रोशन करें. वर्कशॉप में सीडीपीओ उषा, महिला सुपरवाइजर पूजा, रेखा, सुनिता, ममता, कनिष्ठ सहायक मनोज स्वामी भी उपस्थित रहे.