झालावाड़.कहते हैं कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. बचाने वाला कब, कहां, किस रूप में सामने आ जाए, यह शायद किसी को पता नहीं होता है. कुछ ऐसा ही हादसा झालावाड़ शहर के राजलक्ष्मी नगर में देखने को मिला, जहां एक साढ़े तीन वर्षीय नन्हे बालक ने बहादुरी दिखाते हुए पानी की टंकी में गिरी अपनी डेढ़ वर्षीय बहन को मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया. समय रहते नन्हे बालक ने बहादुरी नहीं दिखाई होती तो बड़ा हादसा भी हो सकता था. वहीं, बच्चे की बहादुरी को देखकर क्षेत्र के लोगों ने उसे बहादुरी का पुरस्कार देने की बात की है.
इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां लोग इस बहादुर बच्चे की तारीफ करते नहीं थक रहे. दरअसल, पुरा मामला झालावाड़ शहर के राजलक्ष्मी नगर से जुड़ा हुआ है, जहां बुधवार शाम स्कूल की छुट्टी होने के बाद इलाके में रहने वाले अजय मीणा के घर के बाहर उनके साढ़े तीन वर्षीय बालक ध्रुव व डेढ़ वर्षीय बालिका मिंकू कुछ बच्चों के साथ खेल रहे थे. इसी दौरान ध्रुव की छोटी बहन मिंकू खेलते समय पास के पानी की टंकी में जा गिरी. इस दौरान सभी बच्चों का ध्यान खेलने की ओर था, तभी अचानक ध्रुव का ध्यान पानी की टंकी में तड़प रही उसकी छोटी बहन पर गया. इस दौरान साथ खेल रहे बच्चे मिंकू को तड़पता देख घबरा गए और अपने घर की ओर भाग खड़े हुए, लेकिन ध्रुव ने अपनी समझदारी का परिचय देते हुए पानी की टंकी में तड़प रही उसकी छोटी बहन को पानी की टंकी से बाहर निकाला.