झालावाड़. जिले में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष ने गुरुवार को नया मोड़ ले लिया है. मामले को लेकर कांग्रेस नेता सुरेश गुर्जर के नेतृत्व में गुर्जर समाज ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इसमें गुर्जर समाज के लोगों ने पुलिस हिरासत में पप्पू गुर्जर की मौत होने का आरोप लगाया. साथ ही मृतक का शव लेने से भी इनकार कर दिया है.
पढ़ें- झालावाड़: जमीन विवाद में दो पक्षों में खूनी संघर्ष, 2 की मौत
इस दौरान गुर्जर समाज ने अस्पताल से लेकर पुलिस थाने तक रैली निकालकर अपना विरोध जताया और पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की थी. जिसके बाद अब झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण सिंह सिद्धू ने सारोला थाना अधिकारी रघुवीर सिंह को निलंबित कर दिया है. वहीं, चार अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
जमीनी विवाद में 2 लोगों की मौत का मामला बता दें कि बुधवार को सारोला थाना क्षेत्र के बरेड़ा गांव में दो पक्षों में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हो गया था. जिसमें पप्पू गुर्जर को पुलिस लेकर चली गई थी. इसी दौरान उसकी मौत हो गई थी. वहीं, भरत मालव को घायल अवस्था में कोटा रेफर किया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया था.
ऐसे में जमीनी विवाद के चलते दोनों पक्षों के एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. जिसके बाद गुर्जर समाज के लोगों ने पुलिस हिरासत में मौत होने का आरोप लगाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया था. इसके बाद मामले में एसपी ने सारोला थाना अधिकारी को निलंबित कर दिया है. जिसके बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है.