झालावाड़. झालरापाटन में सावन के आखिरी सोमवार को निकलने वाली भगवान पशुपतिनाथ की शाही सवारी इस बार कोरोना के चलते नहीं निकलेगी. 10 सालों में यह पहला मौका होगा, जब पशुपतिनाथ की शाही सवारी नहीं निकाली जाएगी. हालांकि, मंदिर प्रशासन ने बताया कि आस्था नहीं टूटे इसको देखते हुए भगवान को पालकी में बिठाया जाएगा.
सावन में होने वाले धार्मिक आयोजनों पर कोरोना ने ग्रहण लगा दिया है. हर साल झालावाड़ के झालरापाटन में सावन के अंतिम सोमवार पर भगवान पशुपतिनाथ की शाही सवारी निकाली जाती थी लेकिन इस साल ये शाही सवारी नहीं निकल पाएगी. मंदिर के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने बताया कि झालरापाटन में आस्था के केंद्र भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में सावन के महीने में हजारों भक्त व श्रद्धालु पहुंचते हैं. हर सोमवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित मध्य प्रदेश के अनेक जिलों से कई कावड़ यात्राएं पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचती है. हर साल सावन के अंतिम सोमवार को भगवान पशुपतिनाथ की शाही सवारी निकाली जाती है और नगर भ्रमण करवाया जाता है लेकिन इस साल कोरोना का संक्रमण होने की वजह से और केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशों के चलते शाही सवारी व नगर भ्रमण का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा.