झालावाड़. शराब पीकर ड्यूटी करने वाले चालकों के खिलाफ रोडवेज प्रबंधन सख्त हो गया है. राज्य पथ परिवहन निगम के कार्यकारी निदेशक ने नशे में बस चलाने वाले चालकों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. नशे में बस चलाने वाले चालकों की जांच ब्रेथ एनालाइजर मशीनों की जाएगी.
रोडवेज चालकों की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से होगी जांच रोडवेज प्रबंधन ने इसके लिए प्रबंधन ने दो ब्रेथ एनालाइजर मशीन ने मंगवाई है. इन मशीनों से झालावाड़ जिले में 116 चालकों की जांच प्रतिदिन की जाएगी. इस संबंध में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के कार्यकारी निदेशक ने आदेश जारी करते हुए सख्ती से अमल लाने का निर्देश दिया है.
गौरतलब है कि राजस्थान रोडवेज निगम को काफी समय चालकों द्वारा नशे में बस चलाने की शिकायतें मिलती रहती थी. इन शिकायतों को निगम ने गंभीरता से लेते हुए हर एक चालक की ब्रेथ एनालाइजर मशीनों से जांच करवाने का निर्देश दिया है. आदेश में यह भी बताया गया कि आगारो में ब्रेथ एनालाइजर नहीं है अथवा काम नहीं कर रहे हैं वह अपने स्तर से दो ब्रेथ एनालाइजर खरीदें.
इसके लिए मुख्य प्रबंधक को एक एनालाइजर के लिए 5500 रुपए का खर्च करने की स्वीकृति प्रदान की गई है. दो मशीनों में से एक ब्रेथ एनालाइजर मशीन रोडवेज वर्कशॉप में रखी जायेगी इससे बस बाहर निकलने से पहले ही गार्ड द्वारा चालक की जांच की जाएगी. दूसरी मशीन फ्लाइंग स्कॉट के पास रहेगी जो फील्ड में निरीक्षण के दौरान बीच-बीच में चेकिंग करेंगे. ऐसे में कोई भी चालक शराब के नशे में पाया जाता है तो उसे निलंबित किया जाएगा.