झालावाड़. कोरोना संकट और ब्लैक फंगस के दौर में गुलाबी आंखें और पीली लूगड़ी गीतों पर नाच-गाकर कोविड मरीजों का मन बहलाने की अनूठी कोशिश की गई. झालावाड़ के रोटरी क्लब ने जिला अस्पताल और सैटेलाइट अस्पताल में गीतों के माध्यम से मरीजों को सकारात्मक माहौल देने की कोशिश की है. दावा किया जा रहा है कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल की पालना की गई है. प्रस्तुतियां देने वालों ने पीपीई किट पहनकर मरीजों का मनोरंजन किया.
सरकारी अस्पताल में 'म्यूजिक थैरेपी' रोटरी क्लब की शाखा रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती मरीजों को अवसाद से निकालकर सकारात्मक माहौल देने की कोशिश में जमकर ठुमके लगाए. उन्होंने कोविड वार्ड में मरीजों के सामने गिटार बजाया और खूब गाने गाए. रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों ने गिटार और बैंड के माध्यम से मरीजों का मनोरंजन करते हुए उनको प्रेरित किया.
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इस दौरान रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों ने बॉलीवुड के गाने और राजस्थानी लोकगीत प्रस्तुत किए. ऐसे में कोरोना मरीज भी इन गानों पर झूमते हुए नजर आए. इस दौरान अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने भी उनका भरपूर साथ दिया. रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों की प्रस्तुति से कोरोना मरीज काफी प्रसन्न नजर आए और गानों का आनंद लेते दिखे.
रोटरी क्लब के जिला अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के कारण पूरा माहौल निराशावादी हो गया है. ऐसे में अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीज नकारात्मक बातें करते-करते अवसाद में चले जा रहे हैं. जिससे उनकी रिकवरी में भी मुश्किल होती है. ऐसे में रोटरेक्ट क्लब की ओर से ऐसे मरीजों को म्यूजिक के माध्यम से सकारात्मक माहौल देने का प्रयास किया गया है.
वे कहते हैं कि इससे मरीज जल्दी से जल्दी कोरोना से रिकवर हो सकेंगे. इसके लिए जिला अस्पताल एवं सेटेलाइट अस्पताल में रोटरेक्ट क्लब के सदस्यों ने पीपीई किट पहनकर गिटार और बैंड के माध्यम से प्रस्तुति दी. अग्रवाल ने कहा कि रोटरी क्लब की ओर से आगे भी इस तरीके के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे.