झालावाड़. देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जैविक खेती का पाठ्यक्रम तैयार करने की कमेटी में झालावाड़ के हुकुम चंद पाटीदार को शामिल किया गया है. ये कमेटी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने बनाई है. हुकुम चंद पाटीदार पद्मश्री से सम्मानित हो चुके हैं (Hukumchand Patidar on Organic farming)
जैविक खेती का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कृषि विशेषज्ञ और जैविक कृषि पद्धति अपना रहे प्रगतिशील किसानों को शामिल किया गया है. जिसमें पद्मश्री से सम्मानित हुकुमचंद पाटीदार भी शामिल हैं. इस कमेटी के अध्यक्ष इंफाल कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा को बनाए गए हैं. उनके अलावा 14 अन्य लोगों को भी इस कमेटी में शामिल किया गया है. यह कमेटी जैविक खेती का पाठ्यक्रम विकसित करने पर अपनी रिपोर्ट 2 महीने में प्रकाशित करेगी (Hukumchand Patidar design Agriculture Syllabus).
झालावाड़ का किसान करेगा ऑर्गनिक फार्मिंग का सिलेबस यह भी पढ़ें.Knowledge Store of Keoladeo : पक्षियों के स्वर्ग में डॉ सलीम अली इंटरप्रिटेशन सेंटर..जहां मिलती है कुदरत की अद्भुत जानकारियां
अब तक कृषि विश्वविद्यालयों में उद्यानिकी और वानिकी के अलग से पाठ्यक्रम थे लेकिन जैविक खेती से संबंधित कोई पाठ्यक्रम शामिल नहीं था. ऐसे में अब जैविक खेती का भी अलग से पाठ्यक्रम शामिल होगा. जिसमें हुकुमचंद पाटीदार की कृषि तकनीक भी देखने को मिलेगी. अब जैविक खेती का पाठ्यक्रम शुरू होने से परंपरागत और रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही विद्यार्थी जैविक खेती में बीएससी एमएससी और पीएचडी की डिग्री हासिल कर सकेंगे.
आमिर खान के चर्चित शो में भी आ चुके हैं
झालावाड़ के मानपुरा गांव के रहने वाले हुकुमचंद पाटीदार ने 2004 में जैविक खेती शुरू की थी (Jhalawar Organic Farmer Hukumchand). जिसके बाद से वह लगातार जैविक खेती करते हुए आ रहे हैं. वर्तमान में पाटीदार के जैविक उत्पादों की भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत मांग है. इनके उत्पाद 7 से ज्यादा देशों में मंगाए जाते हैं. वहीं जैविक खेती को बढ़ावा देने को लेकर 26 जनवरी 2019 को भारत के राष्ट्रपति के द्वारा हुकुम सिंह पाटीदार को पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था. इसके अलावा आमिर खान के सत्यमेव जयते शो में भी हुकुम चंद पाटीदार ने लोगों को जैविक खेती के गुर बताए थे.