झालावाड़.रक्षाबंधन...भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का त्योहार है, जिसमें बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई उनकी रक्षा का वादा करता है. इस वादे के साथ ही भाई अपनी बहन को गिफ्ट भी देते हैं. ऐसे में झालावाड़ का रक्तदाता समूह जो आमतौर पर जरूरतमंदों को खून उपलब्ध करवाने का काम करता है. इस समूह ने रक्षाबंधन को लेकर एक अनूठी पहल की है. रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए रक्तदाता समूह ने 'हैप्पी राखी विद इंडियन आर्मी' पहल की शुरुआत की है.
हैप्पी राखी विद इंडियन आर्मी आपको बता दें कि इस पहल के तहत झालावाड़ जिले के कई गांवों और कस्बों से भारतीय सेना के जवानों के लिए राखियां एकत्रित की गईं, जिनको रक्तदाता समूह के द्वारा कोटा और कश्मीर में स्थित आर्मी कैंपों में भिजवाया गया. रक्तदाता समूह के सदस्यों ने बताया कि भारतीय सेना के जवान देश की सुरक्षा के लिए दिन रात सीमा पर खड़े रहते हैं, जिसके चलते वो खुशियों के त्योहार भी मुश्किल से मना पाते हैं. ऐसे में हमारे समूह के द्वारा फौजी भाइयों के लिए जिले भर से राखियां एकत्रित की गई हैं, जिनको रक्षाबंधन पर बांधने के लिए भिजवाई गई हैं. ताकि भाई बहन के प्यार का त्योहार वो खुशियों के साथ मना सकें.
राखियों को कोटा व कश्मीर के आर्मी कैंपों में भिजवाया गया यह भी पढ़ेंःSPECIAL: रक्षाबंधन पर दिख रहा कोरोना का असर, राखी सहित मिठाइयों की बिक्री घटी
वहीं फौजी भाइयों के लिए राखियां देने आई बहनों ने बताया कि उनके लिए रक्षाबंधन का त्योहार सबसे खास होता है. साल भर से वो इस खास दिन का इंतजार करती हैं. ऐसे में हमारे कई भाई ऐसे भी हैं, जो भारतीय सेना में हैं और वो ड्यूटी पर होने की वजह से त्योहार नहीं मना पाते हैं. इसलिए रक्तदाता समूह के माध्यम से हम उनके लिए राखियां भिजवाए हैं. इसमें हमने उनके सम्मान में पत्र भी लिखे हैं, ताकि जो फौजी भाई देश की रक्षा में लगे हुए हैं. राखी में माध्यम से हम उनकी सुरक्षा की कामना करते हैं. ताकि सेना के जवान इसी तरीके से भारत मां की सुरक्षा में कार्य करते रहें.
रक्षाबंधन...भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का त्योहार इस मुहिम से जुड़ते हुए महिला डॉक्टर्स ने बताया कि इस वक्त जिस प्रकार कोरोना महामारी से डॉक्टर लड़ रहे हैं. उसी प्रकार कई साल से भारतीय सेना के जवान अपने घरों से दूर रहकर सीमा पर दुश्मनों से लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए डॉक्टर्स की तरफ से भी राखियां भिजवाई गई हैं.