झालावाड़. अवैध खनन के काले कारोबार में क्षेत्र के ही कुछ जिम्मेदार भी शामिल हैं जो दिनदहाड़े और खुलेआम रेत का अवैध भंडारन भवनों के पीछे कर रहे हैं. इधर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अनजान बने बैठे हुए हैं. मौजूदा परिस्थियों को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि झालावाड़ का जावर थाना क्षेत्र अवैध उत्खनन का गढ़ बन गया है.
बताया जाता है कि यहां से जावर थाना की कुछ किलोमीटर दूर खेरखेडा मार्ग पर स्थित अडेरी नदी तो अवैध खनन का गढ़ बन चुका है. प्रतिदिन 100 से अधिक वाहन काली रेत निकालकर खुलेआम बेची जा रही है. इसके बाद भी कार्रवाई के नाम पर खनिज अधिकारी सिर्फ औपचारिकता निभाते हैं. दबी जुबान में ऐसा भी कहा जाता है कि इस विषय में विभाग जब भी वाहनों पर कार्रवाई करती है तो कुछ नेताओं का संरक्षण इन कारोबारियों को मिल जाता है. इससे पुलिस को भी पकड़े गए वाहन मजबूरी में छोड़ने पड़ते हैं.