झालावाड़. राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर दाताराम की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के सभागार में किया गया. कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बधाई देते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं की बराबरी की भागीदारी से ही समाज का उत्थान हो सकता है. लड़का व लड़की में भेद न समझें.
उन्होंने कहा कि बाल श्रम, बाल विवाह, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, लिंग भेद जैसी सामाजिक कुरूतियों को दूर करने में महिलाएं निर्भीक होकर आगे आएं. महिलाएं उनके कानूनी अधिकारों के प्रति सजग हों. सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी के माध्यम से महिलाएं समाज में अपनी स्थिति सुदृढ़ बनाएं.
महिला अनुसंधान इकाई के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक गोपाल लाल ने बताया कि राजस्थान में महिलाओं से संबंधित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए राज्य के सम्पूर्ण जिलों में गत वर्ष से महिला अनुसंधान इकाई स्थापित की गई हैं, जो महिलाओं से संबंधित गंभीर अपराधों पर अंकुश लगाने का कार्य करती हैं.
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक महेश चन्द गुप्ता ने बताया कि महिला एवं बाल विकास द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 6 प्रकार की सेवाएं गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, 6 माह से 6 साल तक के बच्चों तथा किशोरी बालिकाओं को उपलब्ध कराई जाती हैं. उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में पूरक पोषाहार, शाला पूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा, टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच और संदर्भ सेवाएं प्रदान की जाती हैं. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को उनके पहले बच्चे पर स्वास्थ्य एवं पोषण के लिए 3 किश्तों में 5000 की राशि प्रदान की जाती है. इसके लिए संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र पर गर्भवती महिला का रजिस्ट्रेशन होना आवश्यक है.
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