झालावाड़. जिले के किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले जहां बाढ़ की वजह से फसलें चौपट हो गई थीं, वहीं अब रबी की फसलों के लिए किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रहा है. किसानों को यूरिया के लिए लाइन में घण्टो संघर्ष करने के बाद भी 270 रुपए के यूरिया कट्टे के लिए 300 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं.
यूरिया के लिए किसान झेल रहे दोहरी मार बता दें कि झालरापाटन से भवानीमंडी रोड पर स्थित कृषि विभाग के डीलर की दुकान पर किसानों से 270 रुपए की कीमत वाले यूरिया कट्टे के लिए 300 रुपए वसूले जा रहे हैं. गौरतलब है कि ये सब तब हो रहा है, जब वहां पर खुद इलाके के तहसीलदार और कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद हैं. तहसीलदार और कृषि विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में डीलर की ओर से यह खेल खेला जा रहा है.
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वहीं यूरिया लेने आए किसानों का कहना है कि उनको यहां पर 2 से 3 घंटे लाइन में लगना पड़ता है और उसके बाद भी एक कट्टा 300 रुपए में मिलता है. साथ ही उन्होंने बताया कि जब मीडियाकर्मी वहां पर पहुंचे तो कट्टे के साथ वो एक जैव उर्वरक का पाउच देने लगे. जिसका उनकी खेती में कोई उपयोग नहीं है. उसके बावजूद उन्हें डीलरों की ओर से वो पाउच जबर्दस्ती दिया जा रहा है.
साथ ही जब किसान वह पाउच लेने से मना कर देते हैं, तो उनको यूरिया का कट्टा भी नहीं दिया जाता है. वहीं मौके पर मौजूद तहसीलदार और कृषि विभाग के अधिकारी इस बात से इनकार करते रहे कि यूरिया का कट्टा 300 रुपए में दिया जा रहा है. जबकि किसान बार-बार यही कहते नजर आए कि उनको एक कट्टे के 300 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं.