झालावाड़. जिले के झालरापाटन कस्बे के मेला मैदान पर रावण का पूरा कुनबा (Ravana family in Jhalawar) मौजूद है, जो पूरे साल यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है. स्थानीय बाशिंदे अपने बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए उन्हें यहां (Ravana protects children from evil eyes) लाते हैं. ऐसे तो विजयादशमी के मौके पर देशभर में रावण के पुतले का दहन होता है, लेकिन झालावाड़ के झालरापाटन कस्बे में रावण का पूरा कुनबा बसा है. जिन्हें देखने के लिए देश-दुनिया से पर्यटक आते हैं.
रियासतकालीन परंपरा के दौरान यहां रावण के परिवार के सदस्यों का पुतला बनवाया गया (Unique princely tradition of Jhalawar) था. जिनमें रावण, मंदोदरी, विभीषण, सोयी मुद्रा में कुंभकरण, मेघनाथ और रावण के सेवक द्वारपाल समेत अन्य दरबारी शामिल हैं. पहले इन पुतलों का निर्माण मिट्टी और गोबर के मिश्रण से किया गया था, लेकिन अब नगर पालिका ने यहां सीमेंट की मूर्तियां बना दी हैं.