झालावाड़. आज के इस आधुनिक दौर में भी लोगों का, खासतौर से ग्रामीणों का ईश्वर में अटूट विश्वास है. जिसे कुछ लोग आस्था का नाम देते हैं तो वहीं कुछ इसे अंधविश्वास करार देते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है झालावाड़ जिले में, जहां एक मूर्ति की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई. हद तो तब हो गई जब हजारों की संख्या में पहुंच कर ग्रामीण भजन-कीर्तन करने लगे.
आस्था या अंधविश्वास ! खुदाई में शेषनाग की मूर्ति निकली तो दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
झालावाड़ के अकलेरा क्षेत्र के चुरेलिया गांव में श्री राम संन्यास घाट पर नदी किनारे खुदाई में शेषनाग की मूर्ति मिलने से सनसनी फैल गई. वहीं, मूर्ति निकलने की सूचना पर हजारों लोग एकत्रित हो गए और भजन-कीर्तन करने लग गए.
दरअसल, झालावाड़ के अकलेरा क्षेत्र के चूरेलिया स्थित श्रीराम संन्यास घाट पर नदी किनारे शेषनाग की खंडित मूर्ति मिलने खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. जैसे ही मूर्ति मिलने की सूचना ग्रामीणों को मिली तो अचानक से वहां पर हजारों की संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई. लोगों का कहना है कि दो दिन पहले किसी व्यक्ति ने सूचना दी थी कि यहां पर मूर्ति दबी हुई है. ऐसे में उस जगह की खुदाई की गई तो वहां पर शेषनाग की मूर्ति निकली.
जिसके बाद ग्रामीणों ने शेषनाग की मूर्ति की पूजा-अर्चना करते हुए भजन-कीर्तन करने लगे. खुदाई में मूर्ति निकलने की सूचना पर मूर्ति को देखने के लिए आसपास के गांवों के हजारों लोग एकत्रित हो गए. देखने वालों की भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि कई लोग तो अपनी जान जोखिम में डालते हुए मूर्ति का दर्शन करने लगे. ऐसे में लोगों को संभालने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है.