झालावाड़. अब गांव गांव में स्वच्छता के लिए प्रत्येक पंचायत समिति में से पांच - पांच गांवों का चयन किया जाएगा. इसको लेकर जिला परिषद सीईओ रामजीवन मीणा की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामजीवन मीणा ने बताया कि ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के अन्तर्गत गांव में संपूर्ण स्वच्छता से संबंधित साफ-सफाई, पॉलीथीन मुक्त कचरे का उचित निस्तारण के कार्य किये जाएगें.
इस के लिए गांव में हो रहे कचरे के ढेर, रेवडियां, गंदे पानी के स्थानों का चिन्हिकरण, अवरूद्ध नालियों का अवलोकन और समाधान करने के लिए ग्रामीणों के साथ क्षेत्रीय निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि 40 ग्राम की सामुदायिक सहभागिता पीआरए के माध्यम से ग्रामों के गली-मोहल्लों का क्षेत्र भ्रमण और ग्रामीणों के सहयोग से संपूर्ण ग्राम का नजरी नक्शा बनाया जाकर उनकी समस्याओं से रूबरू होकर समस्याओं का ड्राईंग शीट पर नक्शा तैयार किया.
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गुगल अर्थ प्रो मैप में भी समस्याओं का समावेश किया. ग्रामीण स्तर पर सरपंच, वार्डपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामीण जन समुदाय, विकास अधिकारी, के सहयोग से उक्त कार्य किया गया है. जिसका पी.पी.टी. के माध्यम से समस्त पंचायत समिति के विकास अधिकारी ने ग्राम वार प्रस्तुतीकरण दिया.