झालावाड़.जिले में पिछले साल अनियमित वर्षा के कारण खरीफ की फसल में हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल जिले के दौरे पर रहा. इस दौरान केंद्रीय दल ने मौके पर जाकर प्रभावित किसानों से संवाद भी किया.
केंद्रीय दल में कृषि, सहकारिता और कृषक कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. नमिता जे प्रियदर्शी, व्ययविभाग नई दिल्ली के निदेशक सुभाष चंद मीणा, कृषि, सहकारिता और कृषक कल्याण विभाग के उप सचिव बी पी बिमल रहे. इनके साथ संभागीय आयुक्त कैलाश चंद मीणा, जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा और डग विधायक कालूराम मेघवाल भी रहे.
केंद्रीय दल को सबसे पहले मिनी सचिवालय के सभागार में जिला कलेक्टर की ओर से पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, फोटोज, न्यूज कटिंग के माध्यम से जिले में सूखे से प्रभावित 8 जिलों की जानकारी दी गई. इस दौरान दल की ओर से संबंधित अधिकारियों से भी सूखे के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई. केंद्रीय दल जिले की ग्राम पंचायत पिपलिया, भिलवाड़ी, गणेशपुरा, सुलिया, गुराड़िया कला, हरनावदा, गुनाई और कोलवी में फसल खराबा और बीमा क्लेम के संबंध में किसानों से परस्पर संवाद स्थापित किया गया. इस दौरान प्रभावित किसानों से सोयाबीन, उड़द और मक्का के सैंपल भी लिए गए.
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कृषि, सहकारिता और कृषक कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. नमिता जे प्रियदर्शी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर भारत सरकार की ओर से सूखा प्रभावित क्षेत्र के किसानों से सीधे संवाद का निर्णय लेकर 3 सदस्य दल भेजने का निर्णय लिया गया. दल ने झालावाड़ के सूखा प्रभावित क्षेत्रों का मौके पर काश्तकारों से रूबरू होकर 8 तहसीलों में अनियमित बरसात के कारण 50 से 80 प्रतिशत खराबे के प्रेषित प्रस्तावों के संबंध में तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त की. दल की ओर से इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर भारत सरकार के समक्ष रखी जाएगी ताकि प्रभावित काश्तकारों को उचित मुआवजा दिलाया जा सके.