झालावाड़.डीईओ ऑफिस में कार्यरत वरिष्ठ सहायक दीपक वर्मा ने गुरुवार को कोटा में शादी की शॉपिंग करने के दौरान परिवादी से रिश्वत की राशि 40 हजार रुपए ली, जिसे एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद एसीबी ने जिन अधिकारियों के लिए दीपक वर्मा ने रिश्वत ली थी, उनसे बात करवाई. इसमें झालावाड़ के जिला शिक्षा अधिकारी रंगलाल मीणा ने रिश्वत राशि को स्वीकार करने की बात कही. उसके बाद झालावाड़ एसीबी की टीम ने रंगलाल मीणा को उनके झालावाड़ शहर के तिलक नगर स्थित आवास में पूछताछ और तलाश की और अब गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, झालावाड़ का परिवादी ईश्वर सिंह कालिका इंटरप्राइजेज नाम की फर्म चलाता है. उसने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा परियोजना में गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सलोतिया में 37 लाख रुपए से भवन निर्माण किया था, जिसके 22 लाख रुपए का भुगतान बकाया था. इसके लिए वह 6 महीने से चक्कर लगा रहे थे. परिवादी ईश्वर सिंह से अधिकारियों ने दो फीसदी की एवज में 44 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की. इसकी शिकायत ईश्वर सिंह ने 19 अक्टूबर 2020 को एसीबी को दी. एसीबी ने परिवाद पर रिश्वत मांग का सत्यापन करवाया, जिसमें 29 अक्टूबर को ही रिश्वत की मांग का सत्यापन हो गया. इसके बाद लगातार एसीबी ट्रैप के लिए जाल बिछा रही थी.