झालावाड़.भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण और टेलीकॉम कंपनी के फर्जी अधिकारी बनकर खेत में टावर लगाने और 50 हजार रुपए किराए का लालच देकर 53 लाख की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का झालावाड़ पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आरोपियों के पास से 3 लाख 40 हजार रुपए बरामद किए हैं. इसके अलावा बैंक के माध्यम से भी 6 लाख रुपए की रिकवरी करवाई गई है.
झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग सिद्धू ने बताया कि 13 जनवरी 2020 को कचरा खेड़ी निवासी द्वारका प्रसाद प्रजापति ने रिपोर्ट दी थी कि उसके पिता लक्ष्मी नारायण प्रजापति जो पेशे से अध्यापक है. ढाई साल पहले उनके मोबाइल पर फोन आया. जिसमें फोन करने वाले ने खुद को टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया का अधिकारी बताकर उसके खेत में एयरटेल का टावर लगाने का झांसा दिया.
ऐसे में उसके पिता झांसे में आ गए और जमीन के कागजात उन्होंने दिल्ली भेज दिए. इन कागजात में कमी और नामांतरण के नाम पर पुनः पीड़ित को झांसे में ले लिया और इसके लिए 2 लाख रुपए पार्सल के जरिए दिल्ली मंगवाए. इसके बाद अलग-अलग नंबरों और नाम से प्रार्थी के पास फोन करके पैसे मंगवाते रहे. इसके अलावा बीमा पॉलिसी के नाम पर 10 लाख रुपए और ले लिए. इस प्रकार पीड़ित इनके झांसे में आता रहा और उसके पास से कुल 53 लाख 80 हजार रुपए आरोपियों ने वसूल लिए. जिसके बाद रायपुर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.