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सांप्रदायिक सौहार्द की मिसालः 179 वर्षों से मुस्लिम परिवार तैयार कर रहा रावण के पुतले - ravan dahan in jhalawar

झालावाड़ में सांप्रदायिक सौहार्द की नगरी झालरापाटन में 179वां दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया. यहां रावण की प्रतिमाओं को 7 पीढ़ियों से एक मुस्लिम परिवार तैयार करता आ रहा है. रावण की प्रतिमा का दहन होने से पहले उसने अपना सिर हिलाया. साथ ही आंखे भी टिमटिमायी.

179वां दशहरा पर्व, झालावाड़ की खबर

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Published : Oct 8, 2019, 10:54 PM IST

Updated : Oct 8, 2019, 11:37 PM IST

झालावाड़. असत्य पर सत्य की जीत के पर्व दशहरे को देश भर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में सांप्रदायिक सौहार्द की नगरी झालावाड़ के झालरापाटन में भी यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया. दशहरा पर्व के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप झालावाड़ जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग शामिल हुए.

झालावाड़ में 179वां दशहरा पर्व मनाया गया

वहीं, झालरापाटन में इस बार 179वां दशहरा पर्व मनाया गया. इस दशहरा पर्व में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की जाती है. क्योंकि, दशहरा पर्व के दौरान रावण की प्रतिमा को 179 वर्षों से एक मुस्लिम परिवार तैयार करता आ रहा है. मुस्लिम परिवार की सात पीढ़ियां यह काम करती हुई आ रही है. ऐसे में इस बार रावण को एक नए अंदाज में तैयार किया गया था.

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इस बार रावण के पुतले का दहन होने से पहले पुतले ने अपना सिर हिलाया, साथ ही हाथ में तलवार भी घुमायी. इसके अलावा रावण ने अपनी आंखें भी टिमटिमायी. दशहरा पर्व के मौके पर रावण दहन के पहले अखाड़ा के कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुतियां दी. साथ ही मैदान में जबरदस्त आतिशबाजी भी की गई. गौरतलब है कि झालरापाटन कस्बे में मनाए जाने वाले दशहरा पर्व में रावण का दरबार सजाया जाता है. जिसमें रावण के पूरे परिवार के सदस्यों की प्रतिमाएं तैयार की जाती है.

Last Updated : Oct 8, 2019, 11:37 PM IST

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