जालोर. टॉपी गांव में ग्राम पंचायत भवन में सरपंच राणाराम प्रजापत के मौजूदगी में विशेष बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीणों ने सरपंच के कार्यकाल में किए गए कार्यों व ग्राम पंचायत के मुख्यालय के आसपास गोचर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सरपंच से सवाल किए. लेकिन सरपंच एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए. ग्रामीणों के सवालों से परेशान होकर सरपंच ने आखिर में बोल दिया कि मैं अपने सरपंच पद से इस्तीफा दे सकता हूं, लेकिन गोचर की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता.
जालोर: अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने...पद से इस्तीफा देने की दी धमकी - jalor
जिले के चितलवाना उपखंड के टॉपी गांव में सरपंच और ग्रामीण आमने सामने खड़े हो गए है. ग्रामीण गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे है, जबकि सरपंच अतिक्रमण हटाने से इनकार कर रहे है. सरपंच ने ग्रामीणों से साफ कहा अपने पद से इस्तीफा दे सकता हूं, लेकिन जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता.
इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच पर भी अवैध तौर पर गोचर की जमीन में दुकानें बनाकर किराए पर देने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास गोचर की जमीन पर बड़े भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. जिन्होंने भारी मात्रा में दुकानों का निर्माण भी करवा रखा है. साथ ही दुकानों को किराए पर दिया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग पिछले 15 सालों से लगातार उठाई जा रही है. लेकिन प्रशासन कि तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने हाई कोर्ट में रिट भी लगा रखी है. जिसमें तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक को हाई कोर्ट में तलब किया था लेकिन अतिक्रमण आज भी लगातार जारी है.