जालोर. जिले के गांवों में दिसम्बर और जनवरी को आई टिड्डियों के दल ने किसानों के खेतों में खड़ी रबी की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया था. उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी एक दिवसीय दौरे पर जालोर आए और लोगों को स्पेशल गिरदावरी करवाकर राहत देने का आश्वासन दिया.
टिड्डी से प्रभावित गांवों में स्पेशल पैकेज मिलने की संभावना उसके बाद स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों के खातों में प्रति हेक्टेयर 13500 रुपये की राशि जमा की गई. अधिकतम एक किसान को दो हेक्टेयर की 27500 रुपये की राशी आवंटित की गई थी. उसके बाद राज्य सरकार ने एक आदेश जारी करके जिले के 208 गांवों को अभावग्रस्त घोषित कर दिया है. ऐसे में अभावग्रस्त गांवों में किसानों और पशुओं के लिए स्पेशल पैकेज मिलने की संभावना बढ़ गई है.
सबसे ज्यादा चितलवाना क्षेत्र के गांवों को घोषित किया अभावग्रस्त
राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में टिड्डी प्रभावित 908 गांवों अभावग्रस्त घोषित किया गया. जिसमें बाड़मेर जिले के 353, जैसलमेर के 217 और जालोर जिले के गांव शामिल हैं. जिनमें से 208 गांवों को अभावग्रस्त सूची में शामिल किया गया है. जिले के उपखंडों की बात करें तो यहां पर सबसे ज्यादा चितलवाना के 86 गांव, उसके बाद सांचोर के 60 गांव, बागौड़ा के 20 गांव, भीनमाल के 10, जालोर के 7 गांव, सायला के 17, रानीवाड़ा के 5 और जसवन्तपुरा में सबसे कम 3 गांवों को शामिल किया गया है.
इन गांवों को माना अभावग्रस्त
जाणियों की ढाणी, सेवड़ी, चक जेरण, धूमबड़िया, वाडाभाड़वी, डुंगरवा, कूका, कूड़ा धवेचा, अरणु, मिंडावास, विष्णु नगर, वाडा नया, जैसावास, वागावास, जेतु, मिरपुरा, नरसाणा, कावतरा, भीनमाल उपखंड के कोटकाश्ता, लेदरमेर, रुचियार, खेड़ा बोरटा, कुशालपूरा, वनु की ढाणी, भीनमाल बी, जुंजाणी, फागोतरा व सारियाणा गांवों के नाम शामिल.
अगार, डभाल, लालपुरा, फालना, सुथार, भलानी साऊ की ढाणी, अचलपुर, कैलाश नगर, सीलु, गोलासन, गरडाली, कोड, सुथारों का गोलियां, डांगरा, बलाना, हरियाली, बापू नगर, गंगासरा, जैसला, पहाड़पुरा, हनुमानगढ़, अरणाय, हंवन्तपुरा, रावतसर, धानता, भरकुंआ, सांचोर, माखुपुरा, वांक, कारोला, जीवा का गोलियां, जाखल, डेडवा, पालड़ी सोलंकियांन, कमालपुरा, बी ढाणी, डूंगरा का गोलियां, भुवाणा, धमाणा, रुडा का गोलियां, भूरा की ढाणी, गेना का गोलियां, डेडवा खुर्द, सिधेश्वर, हाडेतर, दांतिया, बिजरोल गोलियां, जेरोल, मारू खेड़ा, भादरुणा, विष्णुगढ़, मालियों का गोलियां, सरवाना, बिजरोल खेड़ा, लियादरा, पमाणा, चोरा, कोला रेबारियों की ढाणी, वाड़ी व करावड़ी गांवों के नाम शामिल.
इसरवालो का गोलियां, धींगपुरा, परवा, खेजड़ियाली, बेड़िया गोलिया, सिपाईयो की ढाणी, कुबिया, शिवगढ़, मालवाड़ा, बालेरा, खाम्भराई, भाटकी, आमली, नराली, डावल, लालासर, वर्णपुरी, भलाइयां, तखतगढ़, रायपुरिया, भवातड़ा, जोरादर, मंडाली, रिडका, हाजीपुर, चामुंडा नगर, आकोड़िया, नलधरा, शिव नगर, भीमगुड़ा भाटा, भींचरो की ढाणी, जाणी पूरा, रामदेव नगर, साकरिया, उमरकोट, फोगड़वा, सायर का कोसिटा, डुंगरी, जालबेरी, झोटडा, जांगूओ का नगर, हनुमानपुरा, सारणावास, सुराचंद, मालासर, सुजान पूरा, मैलावास चारणान, सकुरगढ़, कुकड़िया, भीमगुड़ा, बेड़िया, आरवा, क्लजी की बेरी, सुन्थड़ी, डेडिया वांगा, अहमद कोट, वरणवा, कागोड़ा, डेला, बरसल की बेरी, निम्बज, प्रतापनगर, देवड़ा, इटादा, भूतेल, मारवाड़ी कलबियो का गोलिया, वमन, बोरली, शैली, के आर बंधाकुआ, झाब, धरणावास, अणखोल, खासरवी, मूली, वापा, आकोली, खिरोड़ी, शक्तिनगर, तातड़ा, रामपुरा, सेसावा, माधोपुरा, निम्बाऊ, अमरपुरा, आम्बा का गोलिया गांवों के नाम शामिल.
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तड़वा, आवलोज, रटूजा, फिरोजपूरा, बालवाड़ा, सांफ़ाडा गांवों के नाम शामिल.
दादाल, तिलोड़ा, पांथेडी, तुरा, पुनराऊ, देता कला, आसाना, थलवाड़, धनाणी, सिराणा, चोचवा, तालियाणा, खेतलावास, उनडी, डाबली, आंकवा और दुधवा गांवों के नाम शामिल.
रानीवाड़ा कला, दुधवट, दईपुर, गोलवाड़ा और ताविदर गांवों के नाम शामिल.
राजीकावास, डोरडा, तातोल गांवों के नाम शामिल.