रानीवाड़ा (जालोर). रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल ने गुरुवार को विधानसभा के कार्यवाही के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के झूलते तारों से हो रहे हादसों को रोकने के लिए पूरे जिले में सर्वे करवाकर झूलते तारों को ठीक कराने का मुद्दा उठाया. देवल ने कहा कि 16 जनवरी 2021 को जालोर जिले के महेशपुरा गांव में जैन तीर्थयात्रियों की बस बिजली के झूलते तारों से छू जाने के कारण आग लग गई थी. जिसमे 6 यात्रियों की झुलसने से मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गये थे.
ऐसी घटनाऐं प्रदेश भर में आये दिन होती रहती हैं. पूरे प्रदेश में जगह-जगह बिजली के तार लटके पड़े हैं. जालोर जिले सहित मेरे विधानसभा क्षेत्र रानीवाड़ा के गांवों में भी ऐसी ही स्थिति है, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है.
अतः ऊर्जा मंत्री से निवेदन करना चाहता हूं कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में झूलते हुए बिजली के तारों को व्यवस्थित करने या उन पर पीवीसी कोटिंग करके ऊंचा उठाया जाये, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो और यदि ऐसी घटनाऐं फिर भी होती हैं, तो इसके लिए बिजली विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाये, ताकि वो ऐसी लापरवाही करने से बचें.
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देवल ने कहा कि अभी मेरे क्षेत्र में एक लाईन मैन और एक प्राईवेट कंपनी के निजी कर्मचारी की मौत भी लापरवाही की वजह से हुई थी. जिसमें शटडाउन लेने के बाद भी बिजली का करंट लगने से मौत हो गई.विद्युत विभाग पर लापरवाही लगाते हुए कहा कि शटडाउन लेने के बाद ही कर्मचारी पोल पर चढ़कर काम करता है, तो फिर बिजली का करंट कैसे लग सकता है. इतनी बड़ी लापरवाही के लिए जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी हो, उसके विरूद्ध भी कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये, तभी ये सुधरेंगे वरना ऐसी लापरवाहियां चलती रहेगी और लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे.