जालोर.लॉकडाउन के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर जिले में लौटे हैं. जिनके सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है. वहीं सरकार अब मनरेगा के तहत इन मजदूरों को रोजगार दे रही है. ऐसे में मनरेगा के तहत जिले के 19 गांवों में मुक्ति धामों को विकसित करने का काम किया जाएगा. इसके लिए ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मांगे गए है. जिसके बाद मनरेगा के तहत 1 करोड़ 20 रुपए की स्वीकृति दी गई है.
बता दें कि, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्तर्गत एक ग्राम चार काम अभियान में जिले के विभिन्न 19 गांवों में श्मशान और कब्रिस्तान के विकास कार्यों के लिए 1 करोड़ 20 लाख 28 हजार रुपए स्वीकृत किये हैं. अब जल्द ही 19 गांवों में मोक्ष धाम का विकास कार्य शुरू करवाया जाएगा. जिससे बेरोजगार मजदूरों को रोजगार मिलेगा. साथ ही इन मुक्ति धामों की स्थिति भी सुधर जाएगी.
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जालोर जिला कलेक्टर ने बताया कि विशाला गांव के सार्वजनिक श्मशान के लिए 5.93 लाख, मेघवाल समाज श्मशान के लिए 3.37 लाख, श्मशान में इंटर लाॅकिंग कार्य के लिए 4.38 लाख रुपए, कब्रिस्तान विकास कार्य के लिए 4.36 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं ग्राम तिलोड़ा के सार्वजनिक श्मशान घाट के लिए 5.58 लाख रुपए, स्वीकृत किये गये हैं. सांचोर पं.स. में सार्वजनिक श्मशान विकास कार्य के लिए 7.68 लाख रुपए, पालड़ी देवडान के लिए 9.35 लाख रुपए , डेडवा खुर्द श्मशान के लिए 14.13 लाख रुपए और जीवा कागो आदर्श श्मशान विकास कार्य के लिए 13.35 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं.
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वहीं भुरा की ढाणी 10.40 लाख रुपए, ग्राम फालना 7.81 लाख रुपए, ग्राम दातिया के लिए 6.91 लाख और ग्राम वांक में श्मशान विकास कार्य के लिए 13.37 लाख रुपए स्वीकृत किये गये हैं. इसी प्रकार ग्राम जैसला में आदर्श श्मशान विकास के लिए 1.25 लाख रुपए, ग्राम बापू नगर में 1.22 लाख रुपए, प्रजापति नगर 3.80 लाख रुपए, अचलपुर 4.39 लाख रुपए, वासन चोहान 1.37 लाख रुपए और आशापुरा श्मशान विकास कार्य के लिए 1.63 लाख रुपए स्वीकृत किये गये हैं.