जालोर. कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर 24 मार्च को पूरे देश में अचानक लॉकडाउन लागू कर दिया था, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लॉकडाउन में हजारों प्रवासी पैदल घरों की तरफ रवाना हो गए थे. वहीं जिसको जो साधन मिला वह उसी से घर आ गए थे. जालोर में लॉकडाउन के दौरान करीबन 3 लाख प्रवासी आए थे. अब अनलॉक 1.0 में कामकाज वापस शुरू होने के बाद अब प्रवासी श्रमिक भी वापस दूसरे राज्य जाने लगे हैं.
प्रवासी श्रमिक विशेष श्रमिक रेल से चेन्नई के लिए रवाना मंगलवार को जालोर सहित आस-पास के विभिन्न जिलों के प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशेष श्रमिक रेलगाड़ी जालोर से चेन्नई (तमिलनाडु) के लिए रवाना हुई है. भगत की कोठी, जोधपुर से रवाना हुई यह विशेष श्रमिक रेलगाड़ी भीलड़ी, अहमदाबाद, बड़ौदा, जलगांव, आकोला, बल्हारशाह, विजयवाड़ा और गंटूर होती हुई चेन्नई जाएगी.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर सीएल गोयल के निर्देशानुसार उपखंड अधिकारी चंपालाल जीनगर के मार्गदर्शन में सोशल डिस्टेंसिंग और एडवाइजरी का पालन करते हुए आवश्यक दस्तावेज सत्यापन के बाद सैनिटाइजेशन किया गया. दोपहर से ही यात्रा करने वाले प्रवासी श्रमिकों का रेलवे स्टेशन पर आगमन प्रारंभ हो गया था. राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य जांच, भोजन के पैकेट्स और पानी की बोतलें दी गई.
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जालोर स्टेशन से जालोर जिले के जालोर, आहोर, सायला, भीनमाल, रानीवाड़ा, सांचौर, चितलवाना, जसवंतपुरा व बागोड़ा उपखंड सहित पाली, सिरोही, उदयपुर, राजसमंद और बाड़मेर जिले के सैकड़ों प्रवासी श्रमिक चेन्नई के लिए रवाना हुए हैं. रेलवे स्टेशन पर पुलिस की माकूल व्यवस्था के बीच समाजसेवी नरेन्द्र बालू अग्रवाल, सहित रेलवे प्रबंधन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी और राज्य सरकार के विभिन्न अधिकारियों-कर्मचारियों ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया है.