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जालोर मामले में ट्वीट पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत पांच के खिलाफ FIR

जालोर में छात्र की मौत के मामले में स्कूल को आरएसएस का बताकर ट्वीट करने के मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत पांच नेताओं के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

Fir against five including Digvijay Singh
Fir against five including Digvijay Singh

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Published : Aug 20, 2022, 6:23 PM IST

जालोर.सुराणा में शिक्षक की पिटाई से छात्र की मौत (jalore student death case) के मामले में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के साथ ही तमाम राजनीतिक दल प्रदेश सरकार को घेरने में लगी है. इस पर कांग्रेस के नेताओं ने ट्वीट कर स्कूल को आरएसएस का बताया है. इनमे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Congress leader Digvijay Singh) भी शामिल हैं. ऐसे में जिला मुख्यालय के कोतवाली थाने में शनिवार को कांग्रेस नेता सांसद दिग्विजय सिंह, उदित राज, कांग्रेस नेता संदीप सिंह, ब्लॉगर हंसराज मीणा और गौतम कश्यप के खिलाफ स्कूल को आरएसएस का बताकर ट्वीट करने के मामले (Digvijay for tweeting the jalore school as RSS) में जिले के एडवोकेट मधुसूदन व्यास ने परिवाद के जरिए एफआईआर दर्ज (Fir against five including Digvijay Singh) करवाई है. पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी.

जिले के सुराणा गांव में दलित छात्र की शिक्षक की पिटाई से हुई मौत के मामले को लेकर गलत ट्वीट करने का आरोप लगाते हुए शहर के कोतवाली थाने में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह, उदित राज सहित चार नेताओं के खिलाफ एडवोकेट मधुसूदन व्यास ने एफआईआर दर्ज करवाई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद राजपुरोहित ने बताया कि जालोर में सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल को आरएसएस की ओर से संचालित किए जाने का बताते हुए ट्वीट किए गए थे. इसके चलते जालोर निवासी एडवोकेट मधुसूदन व्यास ने परिवाद के जरिए एफआईआर दर्ज करवाई है.

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परिवाद में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह, उदित राज, कांग्रेस नेता संदीप सिंह, ब्लॉगर हंसराज मीणा और गौतम कश्यप ने एक जैसी शब्दावली का उपयोग करते हुए ट्वीट किए हैं. इन सभी ट्वीट में जालोर के सुराणा की घटना के लिए आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास किया है. इन ट्वीट्स में इस विद्यालय को आरएसएस का बताया गया है और संघ के प्रति लोगों के मन में वैमनस्य पैदा करने का प्रयास किया गया है. उन्होंने बताया कि इन लोगों ने इस तरह के ट्वीट कर हिंदू समाज के एक वर्ग के लोगों को आरएसएस के विरुद्ध भड़काने का प्रयास किया है. अधिवक्ता ने परिवाद में कहा है कि आरएसएस पूरे देश में किसी भी तरह से कोई विद्यालय संचालित नहीं करता है. शिकायत के साथ ट्वीट के स्क्रीनशॉट पेश किए गए हैं जिसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है

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