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सांसद देवजी पटेल ने प्रवासियों के साथ किया वर्चुअल माध्यम से संवाद, प्रवासियों का जताया आभार - जालोर न्यूज

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने प्रवासियों से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया. जिसमें उन्होंने प्रवासियों को कोरोना काल में मदद के लिए धन्यवाद दिया.

Jalore news, प्रवासियों के साथ संवाद
देवजी पटेल का प्रवासियों के साथ संवाद

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Published : Jun 29, 2020, 5:56 PM IST

Updated : Jun 29, 2020, 6:03 PM IST

रानीवाड़ा (जालोर).जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने देश के विभिन्न प्रांतों में कार्य कर रहे प्रवासियों के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद की. जिसमें उन्होंने मोदी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रवासियों को अवगत करवाया.

सांसद देवजी पटेल ने संवाद के दौरान कहा कि हमारे प्रवासी भाइयों ने कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना अहसाय लोगों को सहायता प्रदान की है. उन्होंने गर्व जताते हुए बताया कि हम भामाशाह जैसे दानवीरों की भूमि से हैं. भामशाह के सहयोग ने जहां महाराणा प्रताप जी को संघर्ष की दिशा दी. वहीं, मेवाड़ को भी आत्म सम्मान दिया. उसी प्रकार हमें अपने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपना योगदान देना होगा.

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सांसद पटेल ने बताया कि मोदी सरकार ने करीब 20 लाख करोड़ का आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की जो गरीब, किसान और व्यापारियों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. उन्होंने योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने सबोर्डिनेट ऋण के रूप में 20 हजार करोड़ रुपये के प्रावधान रखा गया है. अब तक किसानों को अपनी फसल का उत्पादन करने में मदद करने के लिए बुनियादी ढांचे का अभाव रहा है. जिसने बाजार में आपूर्ति श्रृंखला में अंतराल पैदा किया है. इस स्थिति को सुधारने के लिए एक लाख करोड़ रुपए प्रदान किए जाएंगे.

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सांसद ने संवाद के दौरान कहा कि किसान देश की रीढ़ है और उन्हें हरसंभव सहायता की जरूरत है. फिलहाल, वे अपर्याप्त वित्तीय संसाधनों से जूझ रहे हैं. उन्हें नाबार्ड ग्रामीण सहकारी बैंकों और आरआरबी को 30 हजार करोड़ रुपए का समर्थन देगा. जिससे वे किसानों की फसल लोन आवश्कताओं को पूरा करने लिए उधार दे सकें. इस कदम से लगभग 3 करोड़ किसानों को फायदा होने की आशा है, जो ज्यादातर छोटे और सीमांत किसान हैं.

इस प्रकार व्यापारियों के लिए तीन लाख करोड़ रुपए तक कोलैटरल मुक्त ऑटमैटिक लोन, तनावग्रस्त MSME के लिए 20 हजार करोड़ रुपए का सबोर्डिनेट ऋण, फंड ऑड फंडस के जरिए MSME के लिए 50 हजार करोड़ का इक्विटी इन्फ्यूजन और दो सो करोड़ तक ग्लोबल टेंडर पर रोक लगाई गई, जो मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाएगा.

Last Updated : Jun 29, 2020, 6:03 PM IST

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