जालोर.जिले के चितलवाना क्षेत्र के अगड़ावा गांव में शुक्रवार की रात को दस बजे घर में सो रहे किसान को चितलवाना पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले में शनिवार को ग्रामीण ने एकत्रित होकर किसान के घर के आगे धरना प्रदर्शन कर पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया था.
एसपी थानेदार को चितलवाना से हटाया इस दौरान नायब तहसीलदार बाबूलाल मौके पर आए और किसानों से समझाइस करने का प्रयास किया था, लेकिन आक्रोशित किसानों ने चितलवाना थानाधिकारी और पुलिस के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग की थी. जिस पर नायब तहसीलदार ने थानाधिकारी को अवगत करवाया और बुलाने का प्रयास किया, लेकिन थानाधिकारी जसवंतसिंह टालमटोल करते रहे. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने धरना जारी रखा था.
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ऐसे में एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने आदेश जारी कर जसवंतसिंह को चितलवाना थानाधिकारी से हटाकर जालोर थाने में जॉइन करने के आदेश जारी कर दिए. वहीं कार्रवाई होने के बावजूद भी किसानों का धरना जारी रख पुलिस के आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे है.
जानकारी के अनुसार चितलवाना थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे 925ऐ का निर्माण कार्य जारी है. जिसमें किसानों को जमीन का मुआवजा दिए बिना ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू काट दिया. जितनी जमीन अवांटित की गई थी. उससे ज्यादा जमीन अपने कब्जे में ले ली.
जिसके बाद किसानों ने विरोध किया तो ठेकेदार से मिलीभगत कर चितलवाना पुलिस ने किसानों को डराने के लिए किसान मसराराम देवासी को जबरन घर से उठाकर ले गई और धारा 151 शांतिभंग में जेल में डाल दिया. जिसके बाद साथी किसानों को जानकारी लगी तो मामले ने तूल पकड़ लिया. जिसके बाद एसपी को कार्रवाई करनी पड़ी.