जालोर. नगर परिषद जालोर में महत्वपूर्ण दस्तावेजों से जुड़ी फाइलों में आग लगाने के मामले में पुलिस ने कुछ दिन पूर्व 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. बाद में कोर्ट ने इन्हें जेल भेज दिया था. इन लोगों में भीनमाल नगर पालिका के पूर्व आयुक्त शिकेश कांकरिया भी शामिल हैं. काफी शोर-शराबे के बाद यह मामला शांत हो गया था, लेकिन अब इस मामले में एक बार फिर से नया विवाद खड़ा हो गया है.
कांकरिया को गिरफ्तार करने के बाद से उनकी माता कुसुम बीमार चल रही थी. इस बीच सोमवार रात को उनका निधन हो गया. इसके बाद शिकेश कांकरिया की पत्नी मनीषा कांकरिया अपनी सास के शव को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई. शिकेस की पत्नी का आरोप है कि उनके पति को एसपी हिम्मत अभिलाष और कोतवाली थाना प्रभारी बाघ सिंह ने फंसाया है.
शिकेश की पत्नी का आरोप है कि इस सदमे के कारण उनकी सास का निधन हुआ है. ऐसे में इन दोनों को जल्द से जल्द निलम्बित किया जाना चाहिए और इनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए.
पूरा मामला....
आपको बता दें कि जालोर नगर परिषद के एक हिस्से में कुछ दिन पहले आग लग गई थी. इस आगजनी में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जलकर खाक हो गए थे. इस मामले में आग लगना कुछ संदेहास्पद नजर आया. ऐसे में इस मामले की जांच की गई तो कुछ लोगों की मिलीभगत उजागर हुई. इस पर पुलिस ने कुछ वर्तमान व पूर्व अधिकारियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में नगर परिषद के पूर्व आयुक्त शिकेश कांकरिया का नाम प्रमुख था.