भीनमाल (जालोर) .कोरोना से लड़ने के लिए इस वक्त सभी लोग अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहें हैं. चाहे वह सरकार हो या आम जनता. इस वक्त सभी कोरोना वॉरियर है. कोरोना से लड़ने के लिए साफ-सफाई के साथ-साथ शरीर की इम्युनिटी का भी मजबूत होना जरूरी है. जैसा की हम सभी जानते है की लॉकडाउन के इस वक्त में सभी लोग घरों में हैं. घर पर रहकर कैसे अपने समय का सदउपयोग करे ये बता रहें है भीनमाल के ये नन्हें मुन्ने बच्चे.
बच्चियां कर रही मार्शल ऑर्ट की ट्रेनिंग बच्चों ने बताया कि लॉकडाउन को अधिकतर लोग व्यर्थ समय समझ रहें हैं. मगर उसे व्यर्थ न समझ कर उसका सदुपयोग करना चाहिए. जब लॉकडॉउन को लेकर मार्शल ट्रेनिंग सेंटर बंद हो गए तो इन बच्चों ने घर को ही ट्रेनिंग सेंटर बना दिया.
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मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ले रहीं बच्चियां कभी घर के अंदर, कभी घर के आंगन में तो कभी घर की दीवारों पर चढ़कर अपनी शारीरिक क्षमता बढ़ा रहीं हैं. साथ ही कोरोना से लड़ने के लिए सभी से शारीरिक दमखम बढ़ाने का आह्वान भी कर रहीं हैं.
लॉकडाउन के चलते घर मे ही कर रही है ट्रेनिंग:
ये बच्चियां घर पर ही अपना दमखम दिखा रहें हैं. बता दें की यह नन्हे मुन्ने बच्चें अपने परिवार के साथ ही मार्शल आर्ट की तैयारी कर रहे है. मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ले रही अलवीरा पठान और रवीना बताती है कि लॉकडाउन के तहत उन्हें स्वयं के मार्शल आर्ट में सुधार करने का एक अच्छा अवसर मिला. जिसके चलते उन्होंने छुट्टियों का सदुपयोग करते हुए पूरी तरीके से मार्शल आर्ट के वर्क पर ध्यान दिया. अपने दिन की शुरुआत से लेकर सूर्य अस्त होने तक अधिकतम समय मार्शल आर्ट को देती है. जिसके चलते आज कई दिनों से लगातार ट्रेनिंग के कारण मार्शल आर्ट में सुधार भी महसूस कर रहे है.