जालोर. जिले का पहला स्मृति वन सांचौर में बनेगा. इसके लिए सांचौर उपखंड मुख्यालय पर नर्मदा नहर परियोजना के लिए आवंटित की गई जमीन में से अनुपयोगी करीब 5.93 हेक्टेयर जमीन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंजूरी देते हुए उक्त जमीन को नर्मदा विभाग से वन विभाग को हस्तांतरित कर दी है. ऐसे में यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है. इससे पर्यटन स्थल जैसा बनने से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी. वहीं सांचौर शहर के लोगों को भी फायदा होगा.
सांचौर विधायक और वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई ने इस अनुपयोगी जमीन पर वन स्मृति बनाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत को प्रस्ताव भेजा था. ऐसे में मुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए नर्मदा विभाग की जमीन को वन विभाग को हस्तांतरित कर दी है. जिसके बाद अब सांचौर नगर पालिका की ओर से उक्त जमीन की साफ सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है. जिसके बाद सांचौर शहर के प्रमुख लोगों के सुझाव लेकर डीपीआर बनाकर जल्द कार्य शुरू करवाया जाएगा.
पढ़ें-बूंदी से मोक्ष कलश बस रवाना, परिजन कर सकेंगे मृतकों की अस्थियों का विसर्जन
वन व पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद अब वन विभाग की ओर से सांचौर शहर में बेहतर पार्क के रूप में स्मृति वन को विकसित किया जाएगा. इसके लिए डीपीआर बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं. इसके कार्य में बजट की किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी. इस स्मृति वन के विकसित होने के बाद शहर के लोगों को शुद्ध ऑक्सीजन मिल सकेगी. इसके अलावा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. जिसका सांचौर शहर के लोगों को फायदा मिलेगा.