जालोर. प्रदेश के 28 जिलों में कोरोना अपना पैर पसार चुका है, लेकिन जालोर जिले में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन अब राज्य सरकार की ओर से भारी संख्या में प्रवासियों को लाने का फैसला लिया है. ऐसे में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले आने की आशंका काफी बढ़ गई है. ईटीवी भारत की टीम ने जिले में मेडिकल संसाधनों को लेकर रियलिटी चेक किया तो अस्पताल के हालात चौकाने वाले मिले.
ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में सामने आया कि 20 लाख की आबादी वाले जिले में मात्र 7 वेंटिलेटर ही है. कोरोना वायरस के मामले को देखते हुए 2 खरीदने के आदेश दिए हैं. वेंटिलेटर की संख्या 20 लाख की आबादी और भारी संख्या में आ रहे प्रवासियों की संख्या के हिसाब से बहुत ज्यादा कम है.
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जालोर में अस्पतालों की संख्या
- जिला अस्पताल- 02
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- 11
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र- 69
- निजी अस्पताल- 37
- 26 निजी अस्पतालों को जिला प्रशासन ने अधिग्रहण कर रखा है.
बता दें कि जिले में कुल 119 अस्पताल है. अस्पताल में वेंटिलेटर की बात की जाए तो जिले में कुल 7 वेंटिलेटर ही है, जिसमें सरकारी अस्पताल में 3 वेंटिलेटर उपलब्ध है तो वहीं निजी अस्पतालों में 4 वेंटिलेटर है. इसके बाद सरकारी हॉस्पिटल में जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने 2 वेंटिलेटर और खरीदने के आदेश दिए हैं.