रानीवाड़ा (जालोर). क्षेत्र में बीते दिनों रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल और 50 अन्य लोगों के खिलाफ घारा 144 का उल्लघंन करने और कर्फ्यू का उल्लघंन करने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी सांकड़ मंडल अध्यक्ष अमृतलाल चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम उपखंड अधिकारी भूपेंद्र यादव को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में बताया कि रानीवाड़ा विधायक और अन्य के खिलाफ राजनीतिक ध्देष्ता से मुकदमा दर्ज किया गया हैं. रानीवाड़ा में कर्फ्यू के दौरान कुछ लोगों ने बाजार में कालाबाजारी कर अधिक राशि वसूलना शुरू कर दिया था. जिसको लेकर व्यापारियों ने एक बैठक बुलाई.
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जिसमें रानीवाड़ा विधायक देवल और अन्य लोग उपस्थित हुए थे. जो लोकतंत्र के नाते उनका कर्तव्य था. उस वक्त देवल और अन्य किसी लोगों ने किसी भी प्रकार का उग्र आंदोलन नहीं किया था. उन्होंने व्यापारियों से वार्ता की थी, लेकिन राजनीतिक दबाव बनाकर विधायक नारायण सिंह देवल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया हैं.
जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. इस दौरान भंवर दान, श्रवण सिंह राव, भारमलराम और वचनाराम चौधरी सहित कई भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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बता दें कि कुछ दिन पहले विधायक ने व्यापारियों के साथ रानीवाड़ा बाजार खुलवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन दिया था. जिसपर पुलिस ने घारा 144 का उल्लघंन करने और कर्फ्यू का उल्लघंन करने पर विधायक सहित 50 अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में कर्फ्यू के बावजूद विधायक नारायण सिंह देवल सहित व्यापारियों ने आदेश की अवहेलना की. जिसपर यह मुकदमा दर्ज किया गया है.