जालोर. जिले के सांचौर में तेज बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. शहर में रविवार को पानी घुस गया, जिसके बाद बाजार में 5 से 6 फीट तक पानी चलने लगा. वहीं, कच्ची बस्ती रामदेव कॉलोनी, जीनगर कॉलोनी और मेहता हॉस्पिटल के पीछे रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया.
दरअसल, जिले के सांचौर, रानीवाड़ा व भीनमाल क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से लगातार तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं. सांचौर शहर सहित आसपास का क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन गए हैं. शहर में जगह-जगह पानी का भराव हो चुका है. संचौर शहर की मुख्य बाजार को बाढ़ ने चपेट में ले लिया है. सड़कों पर 5 फीट से ज्यादा पानी बह रहा है, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं, सांचौर और चितलवाना क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है. बाढ़ के बाद रविवार को संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा ने जालोर जिला मुख्यालय पर अधिकारियों की बैठक आयोजित की. जिसके बाद आईएएस जितेंद्र कुमार सोनी, जिला कलेक्टर निशांत जैन और एसपी मोनिका सेन को सांचौर के लिए रवाना किया है. कैलाशचंद्र मीणा ने बताया कि सरकार जालोर क्षेत्र में आए तूफान को लेकर गंभीर है. बिजली सहित अन्य सुविधाओं को जल्द ही बहाल किया जाएगा.
सांचौर बाढ़ की चपेट में : शनिवार देर रात को सुरावा व पांचला की तरफ से तेज पानी सांचौर की तरफ आ रहा था. जिसकी सूचना के बाद प्रशासन ने व्यापारियों को अलर्ट कर दिया था. ऐसे में ज्यादातर लोगों ने दुकानों से सामान खाली कर दिया, लेकिन निचले इलाके के घर पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. शहर में बड़सम बायपास से झेरडियावास, मोजियावास होते हुए विवेकानंद सर्कल, चौधरी धर्मशाला, हाड़ेचा बस स्टेशन से सिटी सेंटर तक पानी 5 फीट से ज्यादा बह रहा है. वहीं, कच्ची बस्तियों के लोगों को ऊंचे स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. कच्ची बस्तियां पूरी तरह से जलमग्न हो गई हैं, जिसके कारण जगह-जगह से लोगों को NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू करके बाहर निकाल रही हैं.