जालोर.जिला मुख्यालय पर नगर परिषद बोर्ड की दूसरी साधारण बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई. एक तरफ कांग्रेस के पार्षद बैठक का बहिष्कार कर बैठक के बाहर नारेबाजी करते रहे और दूसरी तरफ सभापति गोविंद टांक ने बिना कोरम पूरा किए बैठक आयोजित करके नौ में से आठ प्रस्ताव पारित कर दिए. उसके बाद गुस्साए पार्षदों ने सभापति की मनमानी को लेकर आयुक्त महिपाल सिंह को ज्ञापन दिया.
साधारण बैठक में बरपा हंगामा दूसरी साधारण बैठक शुरू होते ही कांग्रेस के पार्षदों ने उप सभापति और विधायक के लिए मंच पर कुर्सी लगे होने का विरोध शुरू कर दिया. हंगामा करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया. इसके बाद बीजेपी पार्षदों ने कोरम पूरा मानते हुए बैठक जारी रखकर एजेंडे में शामिल नौ में से आठ बिंदुओं पर चर्चा करते हुए प्रस्ताव पारित कर दिए. बैठक के बाद कांग्रेसी पार्षदों ने आयुक्त महिपाल सिंह को ज्ञापन देकर सभापति गोविंद टांक पर मनमानी का आरोप लगाया.
हंगामे के बाद कांग्रेस के पार्षद बाहर आए, फिर भी कोरम पूरा मानकर की बैठक
नगरपरिषद की बैठक डेढ़ बजे निर्धारित थी. निर्धारित समय पर करीब सभी पार्षद कक्ष में पहुंच गए थे. मंच पर सभापति गोविंद टांक और उप सभापति अंबालाल व्यास बैठे थे. विधायक के लिए मंच पर कुर्सी रखी हुई थी, लेकिन विधायक जोगेश्वर गर्ग पहुंच नहीं पाए थे. जैसे ही सभापति ने बैठक का शुभारंभ करने का प्रयास किया, वैसे ही कांग्रेस पार्षद बसन्त सुथार, लक्ष्मण सिंह सांखला और रज्जाक खान ने हंगामा शुरू कर दिया.
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इनका आरोप था कि विधायक और उप सभापति के लिए मंच पर कुर्सी क्यों लगाई गई, उसे वहां से हटाई जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि साधारण बैठक सभापति के अगुवाई में होती है और हर सवाल का जवाब भी सभापति को देना होता है. लेकिन यहां पर उप सभापति और जालोर विधायक गर्ग सवालों का जवाब देते हैं, जिसके कारण कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा किया.
कुछ कांग्रेसी पार्षदों के करवादिए हस्ताक्षर
कांग्रेस के कुछ पार्षद बैठक से बाहर आकर नारेबाजी कर रहे थे. इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने बैठक हॉल में सभी मौजूद सभी पार्षदों हस्ताक्षर करवा लिए. इसमें बीजेपी और कुछ निर्दलीय पार्षदों के हस्ताक्षर भी शामिल थे, जिससे कोरम पूरा हो गया. हस्ताक्षर की बात सुनकर कांग्रेसी पार्षद बसन्त सुथार, रजाक खान और लक्ष्मण सिंह सांखला वापस बैठक हॉल में आए और रजिस्टर में हस्ताक्षर का विरोध जताते हुए हस्ताक्षर निरस्त करने की मांग की. लेकिन रजिस्टर को सभापति गोविंद टांक ने अपने पास रख लिया था.
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ऐसे में काफी देर रजिस्टर को लेकर हंगामा करने के बाद कांग्रेस के पार्षद बाहर जाकर बैठ गए. वहीं हॉल में बीजेपी पार्षदों ने कोरम पूरा होने का हवाला देते हुए बैठक शुरू कर एजेंडे में शामिल नौ में से 8 बिंदुओं पर चर्चा करते हुए प्रस्ताव पारित कर दिए.
इन बिन्दुओं पर हुई चर्चा
- शहर में स्थित विभिन्न चौराहे सर्किल आदि के सौन्दर्यीकरण के लिए गोद लेने के संबंध में बिंदु शामिल था, प्रस्ताव में बताया कि चामुंडा गार्डन के पास, केशवणा रोड तिराहा, कॉलेज के पास तिराहा और एमसीएच तिराहा पर भी सर्किल बनाए जाएंगे.
- नगरपरिषद की विभिन्न भूमियों को चिन्हीकरण कर चारदीवारी करने पर विचार-विमर्श किया गया. ताकि कोई अतिक्रमण न कर सके.
- नगरपरिषद जालोर में सफाई कर्मचारी भर्ती- 2018 में नियुक्त सफाई कर्मचारियों के स्थायीकरण का प्रस्ताव पारित किया गया.
- ईईएसएल कपनी को रोडलाइट रख-रखाव के संबंध में बकाया बिलों के भुगतान करने पर सहमति हुई.
- कच्ची बस्तियों में सीवरेज कनेक्शन के लिए प्राप्त राशि का उपयोग करने एवं परिषद हेतु मशीन स्वीकृति पर सहमति.
- मृत आश्रितों को अनुकम्पात्मक नियुक्ति के संबंध में विचाराअनुमोदन बाबत.
- शहरीकरण का विस्तार होने से नई एलईडी रोड लािट खरीद करने पर सहमति.
- स्ट्रीट वेण्डर्स (हाथ लोरी, फुटकर विक्रेता इत्यादि) का स्थान और शुल्क निर्धारित करने पर सहमति का प्रस्ताव पारित हुआ.