जालोर. जिले में मनरेगा के तहत 'अपना खेत-अपना काम' योजना के आवेदन जमा करने के लिए 23 जून से 29 जून तक 275 ग्राम पंचायतों के 817 राजस्व गांवों में शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. जिनकी व्यवस्थओं का अवलोकन करने के लिए कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने मंगलवार को शिविरों का औचक निरीक्षण किया.
जालोर कलेक्टर ने शिविरों का किया औचक निरीक्षण जिले के सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत किसानों के खेतों में समतलीकरण, टांके निर्माण और पशु शेड सहित अन्य प्रकार के कार्य स्वीकृत करने के लिए 'अपना खेत-अपना काम' अभियान के अंतर्गत इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें बिठुडा और चांदराई गांव में आयोजित शिविरों का कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए.
इस दौरान कलेक्टर ने किसानों ने बातचीत कर उन्हें राज्य सरकार की तरफ से उनके हित में उनके खेत में ही रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से चलाये जा रहे इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी. साथ ही किसानों को खेत की स्थिति के अनुसार शिविर में टांका, पशु शेड निर्माण, खेत सुदृढ़ीकरण और मेडबंदी सहित अन्य कार्यों के लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव आवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा.
पढ़ेंःग्रामीणों की कोरोना से जंग: प्रदेश की सबसे ऊंची पंचायत में ग्रामीण योद्धा रहे सफल, एक भी केस नहीं
इसके बाद कलेक्टर ने बिठूड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति का निरीक्षण किया. जहां उन्हेंने किसानों को मिलने वाले कर्ज को लेकर ग्रामीणों की शिकायत को सुना. इसके बाद उन्होने जालोर सेंट्रल बैंक के अधिशाषी अधिकारी मोहम्मद हारूल बेलिन को खरीफ अल्पकालीन फसल ऋण योजना में अधिक से अधिक किसानों को लाभांवित करने के निर्देश दिए.