पोकरण (जैसलमेर). जिले के पोरकण में बैतीणा गांव में सोमवार की रात सोलर कंपनी में कार्यरत रिटार्यड फौजी की एक वाहन की टक्कर से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. जानकारी के अनुसार रिटार्यड फौजी गुमान सिंह (पुत्र-हिम्मत सिंह भाटी) सोमवार की रात सांकड़ा से अपने गांव बैतीणा आ रहे थे. इसी दौरान सड़क पार करते वक्त कंपनी की तेज रफ्तार गाड़ी ने फौजी को चपेट में ले लिया. गाड़ी के चपेट में आने से फौजी की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई.
वहीं, सूचना मिलते ही सांकड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और बारीकी से मौका मुआयना किया. वहीं, मामले की जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी दी गई. इस पर पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन से कंपनी के अधिकारियों की वार्तालाप भी हुई.
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फौजी के मौत के बाद ग्रामीणों ने रूकवाया कंपनी का काम
कंपनी की गाड़ी से रिटार्यड फौजी की मौत होने के बाद ग्रामीणों ने कंपनी के मुख्य गेट पर विरोध प्रदर्शन किया और कंपनी में हो रहे कार्यो को बंद करवाया गया. वहीं, ग्रामीणों ने कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा मृतक परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए कंपनी अधिकारियों व प्रशासन से मांग की. इस पर पुलिस व प्रशासन ने कंपनी के अधिकारियों से वार्तालाप करने का आश्वासन दिया. ग्रामीणों व पुलिस के बीच नोंकझोंक भी हुई.
जैसलमेर में हादसे में रिटायर्ड फौजी की हुई मौत विरोध प्रदर्शन के पांच घंटे बाद भी नहीं पहुंचे कंपनी के अधिकारी
रिटायर्ड फौजी के मौत को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को कंपनी के मुख्य गेट के आगे विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन पुलिस व प्रशासन तो पहुंच गया, लेकिन कंपनी के अधिकारियों के नहीं पहुंचने के कारण ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया. विरोध प्रदर्शन पांच घंटे चलने के बाद भी कंपनी के कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आए. इस कारण ग्रामीणों को गुस्सा फुट पड़ा. ग्रामीणों ने प्रशासन व पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की. ग्रामीणों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के बाद भी कंपनी के अधिकारियों को पुलिस व प्रशासन मौके पर नहीं बुला पाई, वहीं ग्रामीणों के उग्र आंदोलन की चेतावनी देने के बाद पुलिस व प्रशासन हरकत में आया. साथ ही कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए आश्वासन दिया. इस पर ग्रामीणों ने मौके पर विरोध प्रदर्शन पर विराम लगा दिया.
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ग्रामीणों और कंपनी के अधिकारियों के बीच विफल हुई समझौता वार्ता
मौत की घटना को लेकर मंगलवार की शाम को ग्रामीणों के साथ पुलिस-प्रशासन, स्थानीय प्रशासन और कंपनी के अधिकारियों के बीच समझौता वार्ता रखी गई. समझौता वार्ता में ग्रामीणों ने पहले कंपनी के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचने का विरोध जताया. वहीं, ग्रामीणों और उनके परिजनों ने कंपनी के अधिकारियों, पुलिस प्रशासन और प्रशासन के बीच सूत्री मांगों को मंजूर करने की बात कही. इसी दौरान डिप्टी मोटाराम चौधरी तथा पुलिस बल मौके पर पहुंचे, उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की. इस पर ग्रामीणों ने उन्हें सबसे पहले मृतक परिवार से एक व्यक्ति को कंपनी में नौकरी देने, मृतक परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने और आगामी 30 वर्ष तक मृतक परिवार से गाड़ी लगाने मांग की. लेकिन, ग्रामीणों की मांगों पर कंपनी के अधिकारियों ने देर शाम तक कोई सहमति नहीं जताई. इसके चलते ग्रामीण कंपनी के आगे बैठे. इस दौरान करणी सेना जिला अध्यक्ष सांगसिंह गढ़ी, विक्रमसिंह चंपावत, दानवीरसिंह, पंचायत समिति सदस्य सुमेरसिंह, बेतीना सरपंच मूलाराम, पूर्व सरपंच मनोहरसिंह, जबरसिंह, देवीसिंह, अमरसिंह, सवाईसिंह, दुर्जनसिंह सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे.