पोकरण (जैसलमेर). क्षेत्र के छायण गांव में मीठे पानी के लिए आई पाइपलाइन का काम अधूरा होने के कारण आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूर्व में मीठे पानी की पाइपलाइन लगाने की योजना शुरू हुई थी, लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते कुछ जगह पर पॉइंट लगाकर सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई. लाखों रुपयों का बजट उठाकर फर्जी तरीके से घोटाला किया गया. ऐसे में ग्रामीण मीठे पानी की पाइपलाइन को लेकर तरस रहे हैं.
सरकारी दावे फेल...पोकरण के ग्रामीणों को अब भी मीठे पानी का इंतजार
जैसलमेर के पोकरण में मंगलवार को मीठा पानी नहीं मिलने से छायण गांव के ग्रामीण परेशान हैं. उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार विभागीय अधिकारी को सूचना दी गई, लेकिन सिर्फ कागजों में खानापूर्ति ही गई और मीठे पानी की पाइपलाइन का कार्य अधूरा पड़ा है.
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उन्होंने कहा कि प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. ग्रामीणों ने इस संबंध में कई बार शिकायत भी की, लेकिन अधिकारियों द्वारा अनसुना कर दिया गया. उन्होंने बताया कि गांव के हर गली में पॉइंट दिए गए है, लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते सिर्फ खानापूर्ति कर दी और बजट उठा लिया. कई बार विभागीय अधिकारी को सूचना दी गई, लेकिन सिर्फ कागजों में खानापूर्ति ही गई और मीठे पानी की पाइपलाइन का कार्य जो अधूरा पड़ा है, वह जस की तस पड़ा है. ऐसे में ग्रामीणों ने मांग की है कि भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ग्रामीणों ने बताया की जल्द से जल्द मीठे पानी की पाइप लाइन लगाई जाए.