जैसलमेर. विश्व विख्यात चार दिवसीय मरु महोत्सव के दूसरे दिन जैसलमेर में लोक रंगों के मनोहारी दिग्दर्शन कराने वाले विभिन्न आयोजनों के साथ शुरू हुआ. महोत्सव में शिरकत करने आए मेहमानों और जैसलमेरवासियों ने बड़े ही उत्साह के साथ लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनन्द लिया. चार दिनों तक होने वाले इन आयोजनों में जैसलमेर देश की लोक संस्कृति का साक्षी बनेगा. वहीं देश-विदेश से आए सैलानी भी स्वर्णनगरी में आयोजित हो रहे इस पर्यटन महाकुंभ को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं.
विश्व विख्यात मरु महोत्सव के दूसरे दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं के नाम रहा, जिसमें राजस्थानी लोक कला एवं जैसलमेरी संस्कृति से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. इन प्रतियोगिताओं में जहां स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. साफा बांध, मूमल महेंद्रा, मूंछ प्रतियोगिता और सबसे प्रतिष्ठित मिस मूमल और मिस्टर डेजर्ट प्रतियोगिताएं आयोजित की गई. वहीं मेले में आए सैलानी भी इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने से अपने आप को रोक नहीं पाए. शोभायात्रा के शहीद पूनम सिंह स्टेडियम पहुंचने पर 10 हजार गोल्डन गुब्बारे उड़ाए गए.
मरु महोत्सव की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता मरुश्री और मिस मूमल के मुकाबले सबसे अधिक रोचक रहे. लम्बे-चौडे़ डील डौल के साथ रौबीली दाढ़ी और मूंछे और ठेठ राजस्थानी परिधानों और गहनों से सुसज्ज्ति बांके जवान इस प्रतियोगिता के लिए बडे़ ही जोश के साथ दिखाई दिए. वहीं मिस मूमल का खिताब पाने के लिए राजस्थानी परिधानों में लिपटी युवतियां भी राजस्थानी लोक संस्कृति का दिग्दर्शन करवा रही थी.