जैसलमेर.पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के रामबन के पास आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए जैसलमेर के मोहनगढ़ कस्बे के शहीद राजेन्द्र सिंह को लेकर देशभर में श्रद्धा और सम्मान के भाव से देखा गया था. वहीं, इसी श्रद्धा और सम्मान का प्रदर्शन करते हुए जैसलमेर के राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ ने भी कॉलेज परिसर की एक हॉस्टल का नाम शहीद के नाम से रख दिया था.
शहीद के नाम पर पोती सफेदी लेकिन, कॉलेज प्रशासन की आपसी राजनीति के चलते यहां कुछ दिन पूर्व हॉस्टल के आगे एक समारोह का आयोजन कर शहीद को श्रद्धांजलि देकर हॉस्टल का नामकरण शहीद राजेन्द्र सिंह भाटी हॉस्टल किया गया था. यहां कॉलेज प्रशासन की ओर से अपने कुछ कर्मचारियों के साथ मिलकर हॉस्टल के आगे लिखे शहीद के नाम पर सफेदी पोत दी गई.
इस मामले पर कॉलेज प्रशासन का कहना है कि छात्र संघ की ओर से हॉस्टल के नामकरण को लेकर कोई औपचारिक प्रक्रिया नहीं की गई थी. वहीं, छात्र संघ अध्यक्ष डूंगर सिंह दव का कहना है कि हॉस्टल के नामकरण से पहले कॉलेज प्रिंसिपल से बात की गई थी.
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इसमें उन्होंने नामकरण की अनुशंषा करने के साथ-साथ आगे की कार्रवाई में सहयोग करने की बात कही थी. कॉलेज प्रशासन की ओर से शहीद का नाम मिटाने के वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा कॉलेज के प्रति देखने को मिल रहा है. जिसमें लोगों ने यह आरोप लगाया है कि एक तरफ शहीद को लेकर देशभर से लोग गर्व कर रहे हैं. वहीं, जैसलमेर के कॉलेज प्रशासन की ओर से शहीद के नाम पर सफेदी पोती जा रही है, जो कि शर्मनाक है.