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सोनार दुर्ग संरक्षण समिति की बैठक में हुई अहम मुद्दों पर चर्चा - Sonar Durg Conservation Committee

जैसलमेर में बुधवार को सोनार दुर्ग के सरंक्षण के लिए गठित समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने की. इस बैठक में जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को दुर्ग संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करने के बाद कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

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सोनार दुर्ग संरक्षण समिति की बैठक का हुआ आयोजन

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Published : Oct 21, 2020, 9:25 PM IST

जैसलमेर. जिले के विश्व प्रसिद्ध सोनार दुर्ग के संरक्षण के लिए गठित समिति की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर आशीष मोदी की अध्यक्षता में हुई. इसमें दुर्ग संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा के बाद जिला कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

बैठक में खासकर राज्यस्तरीय फोर्ट एपेक्स सलाहकार समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन, बुर्ज संख्या 44 और 45 में निवासरत व्यक्तियों के अन्यत्र स्थानान्तरण, दुर्ग में आरयूआईडीपी की ओर से स्थापित सीवरेज लाइन में अतिरिक्त संयोजन जोड़ने के लिए अनुमति, मोहरी हिस्से में सीवरेज कार्य, हिल फोर्ट्स बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन, भूमिगत बिजली लाइन बिछाने आदि विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.

जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, जोधपुर के अधीक्षण पुरातत्वविद् की ओर से जैसलमेर दुर्ग में अनधिकृत निर्माण और व्यवसायिक गतिविधियों के चिह्नीकरण के उपरान्त प्रस्तुत सूची पर चर्चा करते हुए कहा कि दुर्ग में अतिक्रमण और अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

जिला कलेक्टर ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बारे में जल्द कार्रवाई करें. जिला कलेक्टर ने बताया कि ये कार्य संयुक्त टीम बनाकर किया जाएगा. जिसमें पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, जिला प्रशासन, नगर परिषद और पुलिस आदि के अधिकारी शामिल होंगे. इसके लिए पहले समझाइश की जाएगी और उसके बाद जरूरी हुआ तो नियमानुसार निर्णायक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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उन्होंने बताया कि अतिक्रमण और अवैध निर्माण के प्रति उदासीन बने रहने वाले अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी. जिला कलेक्टर ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अब तक चिह्नित अवैध निर्माण और अतिक्रमणों की सूची जिला प्रशासन को प्रस्तुत करें. विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने दुर्ग संरक्षण और इससे संबंधित विषयों पर जानकारी दी और अब तक की कार्रवाई के बारे में बताया.

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