जैसलमेर. जम्मू कश्मीर के आतंकवाद से प्रभावित अनंतनाग जिले के मटन इलाके में तैनात अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर फतेहसिंह की मौत के चार दिन बाद शव उनके पैतृक गांव सगरा पहुंचा. जहां पर सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए राजकीय सम्मान के साथ सब इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार किया गया.
CRPF के जवान का हुआ अंंतिम संस्कार गौरतलब है, कि जिले के लाठी क्षेत्र के सगरा गांव निवासी 56 वर्षीय फतेह सिंह जम्मू कश्मीर के आतंकवाद से प्रभावित अनंतनाग जिले के मटन इलाके में आंतरिक सुरक्षा की ड्यूटी में सीआरपीएफ की बटालियन में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे. सोमवार दोपहर परिजनों को सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों द्वारा सूचना दी गई कि फतेह सिंह ने स्वयं को कोरोना से ग्रसित होने की आशंका और भय के मद्देनजर घाटी में ही ड्यूटी पर तैनाती के दौरान अपने सरकारी हथियार से फायर कर आत्महत्या कर ली. फतेहसिंह की मौत की सूचना उसके परिवार में कोहराम मच गया. पढ़ेंःमंत्री मास्टर भंवरलाल को एयरलिफ्ट कर मेदांता अस्पताल में किया गया शिफ्ट
4 दिन बाद पहुंचा सब इस्पेक्टर का शव...
सोमवार को फतेह सिंह की मौत के बाद गुरूवार शाम चार दिन बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सगरा पहुंचा. पार्थिव शरीर के साथ सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट हनुमानराम और कृष्ण कुमार अपने सीआरपीएफ जवानों के साथ पहुंचे. सब इंस्पेक्टर के अंतिम दर्शनों के लिए रिश्तेदारों के अलावा आसपास के गांव के ग्रामीण भी आए हुए थे. जहां पर सामाजिक दूरी के साथ राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.