जैसलमेर. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार आमजन से कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की बार-बार अपील कर रहा है. राज्य सरकार का कहना है कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक मास्क का नियमित रूप से प्रयोग करें. वहीं जो लोग बिना मास्क के चल रहे हैं, उनके चालान भी काटे जा रहे हैं.
जैसलमेर में मास्क जागरूकता का रियलिटी चेक इसी बीच ईटीवी भारत ने जैसलमेर जिले के व्यस्ततम ग्रामीण बस स्टैंड स्थित बाजार में रियलिटी चेक किया और देखा कि जैसलमेरवासी फेस मास्क को लेकर कितने सजग हैं. हालांकि इस दौरान अधिकतर लोग मास्क पहने हुए दिखाई दिए, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने मास्क नहीं पहना हुआ था.
कई लोगों ने मास्क तो पहना था, लेकिन सही ढंग से नहीं पहना हुआ था. इस दौरान कैमरे के सामने आने के बाद कई लोगों ने अपना मुंह मास्क से ढक लिया, तो कई यह कहते दिखाई दिए कि अभी-अभी उन्होंने मास्क उतारा है. मास्क नहीं पहनने वालों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की थी. ऐसे में कहीं ना कहीं महिलाओं में कोरोना जागरूकता की कमी साफतौर पर देखी जा सकती है.
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रियलिटी चेक के दौरान देखा गया कि बाजार में कई दुकानदार बिना मास्क पहने हुए ही अपने ग्राहकों से घिरे हुए थे. कई दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर अवहेलना हो रही थी. ऐसे में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम और आमजन में जागरूकता केवल सरकारी निर्देशों और चालान काटने से ही संभव नहीं होगा. इसके लिए आमजन को सजग और जागरूक होकर जिला प्रशासन का सहयोग करना चाहिए. जिससे स्वर्णनगरी जैसलमेर को कोरोना के कहर से बचाया जा सके.