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सिंचाई पानी की मांग को लेकर जैसलमेर में किसानों का 15वें दिन भी प्रदर्शन जारी, 5 और किसान बैठे भूख हड़ताल पर

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Published : Feb 18, 2021, 7:58 PM IST

जैसलमेर के किसान नहरों में सिंचाई पानी की मांग को लेकर नहरी क्षेत्र जीरो आरडी पर पिछले 14 दिनों से विरोध और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि पानी की कमी के चलते फसल लगभग बर्बाद होने की कगार पर है.

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सिंचाई पानी की मांग को लेकर जैसलमेर में किसानों का 15वें दिन भी प्रदर्शन जारी

जैसलमेर. जिले के अन्नदाता नहरों में सिंचाई पानी की मांग को लेकर नहरी क्षेत्र जीरो आरडी पर पिछले 14 दिनों से विरोध एवं धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जो आज 15वें दिन भी जारी है. 17 फरवरी बुधवार से 5 किसानों द्वारा भूख हड़ताल शुरू की गई थी, जिसमें आज गुरुवार को पांच और किसान शामिल हुए हैं और अब कुल 10 किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि फसले लगभग बर्बाद होने की कगार में है.

सिंचाई पानी की मांग को लेकर जैसलमेर में किसानों का 15वें दिन भी प्रदर्शन जारी

वहीं अब स्थानीय निवासियों के साथ ही मवेशियों के लिए पीने के पानी की भी समस्या हो रही है. ऐसे में उनका कहना है कि चाहे कुछ हो जाए लेकिन जब तक नहरों में पूरा पानी नहीं मिलता तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी और रोजाना भूख हड़ताल पर बैठने वाले किसानों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. भूख हड़ताल पर बैठे किसानों ने कहा कि 15 दिनों से जीरो आरडी पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. नहरों में पानी नहीं मिलने के कारण मजबूर हो कर उन्हें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है.

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उनका कहना है कि आज दूसरे दिन लगभग 100 किसानों ने भूख हड़ताल पर बैठने की अपनी इच्छा जाहिर की थी, लेकिन आज उनमें से पांच किसान भूख हड़ताल में शामिल हुए है और अब कुल 10 किसानों की भूख हड़ताल जारी है. उनका कहना है कि अगर आगामी दो या तीन दिन में नहरों में पर्याप्त पानी नहीं आता है, तो किसानों को आत्मदाह या आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा. इस दौरान किसानों ने प्रदेश सरकार सरकार के मंत्रियों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों जो स्वयं को किसान पुत्र कहते हैं, उनसे अपील की है कि किसानों की पीड़ा को समझते हुए किसानों की समस्याओं का जल्द निस्तारण होना चाहिए.

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