जैसलमेर.सचिन पायलट सहित अन्य विधायकों की घर वापसी को लेकर परिवहन मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि आलाकमान और प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व ने जब फैसला कर लिया है तो अब कुछ भी कहने को नहीं रह जाता है. वापसी के बाद वे कांग्रेस के साथ खड़े हैं तो अब हमारी जिम्मेदारी बनती है कि अनुशासन में रहकर उस फैसले का सम्मान करें. कैबिनेट मंत्री खाचरियावास आज जयपुर लौटने से पहले जैसलमेर के सिविल एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू हुए.
मंत्री ने कहा कि राजनीति में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं लेकिन मन को बड़ा रखकर परिस्थिति के अनुसार फैसले लिए जाते हैं. लगभग 2 महीने में पक्ष और विपक्ष को एक-दूसरे पर जितना बोलना था और बयानबाजी करनी थी वह की जा चुकी है, अब राजस्थान की जनता चाहती है कि एक स्थाई सरकार हो ताकि प्रदेश का विकास हो.
प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा कितने भी षड्यंत्र कर ले, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होगी. मंत्री ने कहा कि इतने दिन 100 से अधिक विधायकों का एक साथ रहना और किसी भी प्रकार का गलत बयान नहीं देना, इसके पीछे कोई ईश्वरीय शक्ति ही उनके साथ थी.
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सचिन पायलट का बयान था कि "जो शब्द मेरे लिए बोले गए उन्हें खून के घूंट पीकर मैं अंदर रखे हुए हों, जो कभी नहीं भूल सकता". इस पर मंत्री ने कहा कि भूलना भी नहीं चाहिए, क्योंकि एक पक्ष की तरफ से ऐसे शब्द तभी निकलते हैं, जब सामने वाले की तरफ से कुछ ऐसा बोला जाए. मंत्री ने कहा कि किसी को भी घमंड नहीं करना चाहिए, क्योंकि घमंड तो रावण का भी नहीं रहा. इसलिए गलत शब्द बोलने का हक किसी को नहीं है. मंत्री ने कहा कि यदि किसी और के जरिए मैं कोई शब्द कहलाऊं और उसके बाद वह मेरे लिए कुछ बोले तो कुछ गलत नहीं है. मंत्री ने कहा कि जो हुआ उसे मन में रखना चाहिए. राजनीति कोई संतों की जमात नहीं है, सबको राजनीति करना आता है और सबको मैदान में उतर कर संघर्ष करना भी आता है.