जैसलमेर.मार्च के महीने में सरकारी विभाग क्लोजिंग में जुटे हुए हैं और सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भरसक प्रयास करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं, इन दिनों सरकारी कार्यालयों में देर शाम तक भी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, जिससे वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक वो अपना कार्य पूरा कर लें.
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बात करें जैसलमेर जिले के माइनिंग विभाग की तो इस वर्ष उन्हें 77 करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला था, हालांकि माइनिंग विभाग के एमई भगवान सिंह का कहना है कि कोरोना के चलते इस बार कई लीज बंद थी. साथ ही रॉयल्टी कलेक्शन ठेकों पर भी कोरोना का असर दिखा और लगभग 10 करोड़ रुपये कम राजस्व आय प्राप्त हुई है, लेकिन इन सबके बीच विभाग की ओर से लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयास किया जा रहा है.
जैसलमेर में क्लोजिंग में जुटा खनिज विभाग एमई भगवान सिंह ने बताया कि 77 करोड़ रुपये का लक्ष्य विभाग को मिला था. उसमें से 48 करोड़ रुपये (लक्ष्य का लगभग 62% है) हासिल कर लिया गया है. इसके साथ ही विभिन्न टीमों का गठन कर पुराने और नए बकायेदारों से भी संपर्क किया जा रहा है. प्रयास किया जा रहा है कि अधिकतम लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. विभाग की ओर से बकायेदारों को लगातार पत्र और अन्य माध्यमों से संपर्क कर जल्द से जल्द बकाया का भुगतान करने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिससे समय पर भुगतान कर वो कार्रवाई से बचे.
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गौरतलब है पिछले 3 वित्तीय वर्षों से खनिज विभाग लगातार अपने लक्ष्य से अधिक राजस्व वसूली कर रहा है, लेकिन इस बार कोरोना का असर विभाग के लक्ष्य प्राप्ति पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है और इस बार संभावनाओं के बाद अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगा.